इसाक (2013) के जेहेनी रे जेहेनी गीत नीलेश मिश्रा द्वारा लिखे गए हैं, यह सचिन जिगर द्वारा रचित है और रशीद खान और प्रतिभा द्वारा गाया गया है।
इस्साक (Issaq )
झीनी रे झीनी की लिरिक्स (Lyrics Of Jheeni Re Jheeni )
आंखियां किनारों से जो बोली थी इसरों से जो कह दे जो फिर से तू ज़रा फूल से छुआ था तोहे तब क्या हुआ था मोहे सुन ले जो फिर से तो ज़रा
झीनी रे झीनी याद चुनरिया लो फिर से तेरा नाम लिया झीनी रे झीनी याद चुनरिया लो फिर से तेरा नाम लिया
सारे ज़ख़्म अब मीठे लागे कोई मरहम भला अब क्या लागे दर्द ही सोहे मोहे जो भी होवे टूटे न
सूझे नहीं बुझे कैसे
झीनी रे झीनी याद चुनरिया लो फिर से तेरा नाम लिया झीनी रे झीनी याद चुनरिया लो फिर से तेरा नाम लिया
ा सुन रे मना हूँ तेरी जैसी काहे सताये आधी रात नदिया बैरी भाई
ज़ेहर चखा है
धूप में झुलस गए दूरियों से हारे पार क्या मिलेंगे कभी छाओं के किनारे आ छाओं के किनारे कभी कहीं मझधारे कभी हम तो मिलेंगे देखना तेरे सरहाने कभी नींद के
झीनी रे झीनी याद चुनरिया लो फिर से तेरा नाम लिया झीनी रे झीनी याद चुनरिया लो फिर से तेरा नाम लिया याद चुनरिया याद चुनरिया याद चुनरिया