जिस्म-ओ-जान की जरुरत है गीत एल्बम इश्क की आग से है। यह कैलाश खेर का एल्बम है और उन्होंने इस गाने को उत्कृष्टता से गाया है।
सिंगल्स (Singles )
जिस्म(Jism)ोकी लिरिक्स (Lyrics Of Jism)
इश्क़ की आग बहुतही तीखी कोई दवा लगे
जिस्म-ो-जान की ज़रूरत है जिस्म-ो-जान की ज़रूरत है जिस्म-ो-जान की ज़रूरत है… जिस्म-ो-जान की ज़रूरत है जिस्म-ो-जान की ज़रूरत है प्यार जिस्म-ो-जान की ज़रूरत है प्यार न क
जिस्म-ो-जान की ज़रूरत है प्यार जिस्म-ो-जान की ज़रूरत है प्यार न करो… न करो… न करो… इंकार
जिस्म-ो-जान की ज़रूरत है प्यार जिस्म-ो-जान की ज़रूरत है प्यार जिस्म-ो-जान की ज़रूरत है जिस्म-ो-जान की ज़रूरत है जिस्म-ो-जान की ज़रूरत है
चेहरे पे आ गया देख लो कैसा नूर आँखों में सुरूर बिनती यह ही है हुज़ूर आँखों में सुरूर बिनती यह ही है हुज़ूर
है एहि इल्तज़ा न रहो हमसे दूर ऐ... है एहि इल्तज़ा न रहो हमसे दूर अब हया हाँ जान-इ-मन कर दो न चकनाचूर
जिस्म-ो-जान की ज़रूरत है प्यार जिस्म-ो-जान की ज़रूरत है प्यार न करो… न करो… न करो… इंकार
जिस्म-ो-जान की ज़रूरत है प्यार जिस्म-ो-जान की ज़रूरत है प्यार न करो… न करो… न करो… इंकार जिस्म-ो-जान की ज़रूरत है प्यार