साजना रे गीत गजेंद्र वर्मा द्वारा गाए गए एक एल्बम गीत हैं। इसके गीत असीम अहमद अब्बासी द्वारा लिखे गए हैं। विक्रम सिंह ने अपना संगीत बना लिया है।
सिंगल्स (Singles )
साजणा रे (Saajna Re ) गजेंद्र वर्माकी लिरिक्स (Lyrics Of Saajna Re )
रात तारों की है मोती सब सीप के चाँद की जिस तरह चांदनी तेरी बन के जियूं तेरी हो के मरुँ मैं भी बस इसलिये हूँ बानी
हो… ो… साजणा रे
राइट सुखी मैं सइयां
ख़ाक बन के पिया ओढ़ती बिछाती फिरूं तू गुज़रता है जिस-जिस गली मैं तो भूखी पीया एक तेरी दीड की तुझको न हो कदर न सही
साजणा रे
[साजणा रे