फिल्म मद्रास कैफे से खुद से के गीत अली हाया द्वारा लिखे गए हैं। जॉन अब्राहम, नर्गिस फाखरी, शीतल मल्हार, लीना मारी और साईंथ दुक्कीपाती अभिनीत मूवी फीचर्स। मुख्य भूमिकाओं में। यह शांतनु मोइत्र द्वारा रचित एक सुंदर गीत है और खूबसूरती से पापोन द्वारा गाया जाता है। फिल्म मद्रास कैफे से खुड से गीत का आनंद लें।
मद्रास कैफ़े (Madras Cafe )
खुद से (Khud Se ) सांग की लिरिक्स (Lyrics Of Khud Se )
खुद से दिल डर सा गया है अंदर कुछ मर सा गया है दिल से दिल घबरा रहा है खुद से बिखर सा गया है
खुद से दिल डर सा गया है अंदर कुछ मर सा गया है दिल से दिल घबरा रहा है खुद से बिखर सा गया है
खुद से.. ऐ.. खुद से.. ऐ.. खुद से.. ऐ.. खुद से.. ऐ.. खुद से.. ऐ..
खोयी सी चांदनी भी हो गयी है बद-गुमान अब तो यह ज़िन्दगी भी लगती है बद-दुआ.. ज़हरीले ज़ख़्मों की यह जो खराशें हैं कोई तो आके देख ले खुद से तराशे हैं
खुद से.. ऐ.. खुद से.. ऐ.. खुद से.. ऐ.. खुद से.. ऐ.. खुद से.. ऐ..
खुद से दिल डर सा गया है अंदर कुछ मर सा गया है दिल से दिल घबरा रहा है खुद से बिखर सा गया है
खुद से.. ऐ.. खुद से.. ऐ.. खुद से.. ऐ.. खुद से.. ऐ.. खुद से.. ऐ.. खुद से.. ऐ.. खुद से.. ऐ.. खुद से.. ऐ.. खुद से.. ऐ.