फिल्म पीके से नंगा पुंगा डोस्ट गीत श्रेया घोषाल द्वारा गाया जाता है, इसका संगीत शांतनु मोइत्र द्वारा रचित है और गीत स्वानंद किर्किर द्वारा लिखे गए हैं।
पक (PK )
नंगा पुंगा दोस्त (Nanga Punga Dost ) की लिरिक्स (Lyrics Of Nanga Punga Dost )
भागी भागी ज़िन्दगी रे पीछे पीछे मैं चली रे नई राहें
भागी भागी ज़िन्दगी रे पीछे पीछे मैं चली रे नई राहें
टिन्गा-टिन्गा नंगा-पुंगा टिन्गा-टिन्गा नंगा-पुंगा टिन्गा-टिन्गा नंगा-पुंगा दोस्त टिन्गा-टिन्गा नंगा-पुंगा टिन्गा-टिन्गा नंगा-पुंगा टिन्गा-टिन्गा नंगा-पुंगा दोस्त
कभी लगता है जोकर है वह कभी लगता लोफर चोर उचक्का निपट अनाड़ी साइंस के प्रोफेसर
ओए ओए होए होए होए कभी लगता है जोकर है वह कभी लगता लोफर अरे चोर उचक्का निपट अनाड़ी साइंस के प्रोफेसर दुनिया नशे में टल्ली थी यह होश में उसे लाया था
टिन्गा-टिन्गा नंगा-पुंगा टिन्गा-टिन्गा नंगा-पुंगा टिन्गा-टिन्गा नंगा-पुंगा दोस्त टिन्गा-टिन्गा नंगा-पुंगा टिन्गा-टिन्गा नंगा-पुंगा टिन्गा-टिन्गा नंगा-पुंगा दोस्त
मुस्काने का गुर भी सिखाए पीना सिखाया ग़म यादें करोड़ों जिसने दी उसे कैसे भुलाएं हम
हो मुसकाने का गुर भी सिखाए पीना सिखाया ग़म यादें करोड़ों जिसने दी उसे कैसे भुलाएं हम तारिख में ऐसा कोई न आया है
टिन्गा-टिन्गा नंगा-पुंगा टिन्गा-टिन्गा नंगा-पुंगा टिन्गा-टिन्गा नंगा-पुंगा दोस्त टिन्गा-टिन्गा नंगा-पुंगा टिन्गा-टिन्गा नंगा-पुंगा टिन्गा-टिन्गा नंगा-पुंगा दोस्त
आया है कहाँ से वह क्या ढूँढ़ने वह आया है इक बूँद भी उसने न पि पर पक वह कहलाया है
टिन्गा-टिन्गा नंगा-पुंगा टिन्गा-टिन्गा नंगा-पुंगा टिन्गा-टिन्गा नंगा-पुंगा दोस्त टिन्गा-टिन्गा नंगा-पुंगा टिन्गा-टिन्गा नंगा-पुंगा टिन्गा-टिन्गा नंगा-पुंगा दोस्त टिन्गा-टिन्गा नंगा-पुंगा टी