बावार्ची से पेहेल चोरी फिर सेना जोरी के गीत: यह मदन मोहन द्वारा अच्छी तरह से तैयार संगीत के साथ कुमारी फ़ैयाज द्वारा एक बहुत अच्छा गाया गया गीत है। पेहेल चोरी फिर सेना जोरी गीत खूबसूरती से कैफी आज़मी द्वारा लिखे गए हैं।
बावर्ची (Bawarchi )
पहले चोरी फिर सीना जोरि की लिरिक्स (Lyrics Of Pehle Chori Phir Seena Jori )
पहले चोरी फिर सीना जोरि उसने पकड़ी कलाइयाँ गोरी गोरी
पहले चोरी फिर सीना जोरि हो पहले चोरी फिर सीना जोरि उसने पकड़ी कलाइयाँ गोरी गोरी उसने पकड़ी कलाइयाँ गोरी गोरी एहि गजरा उखाडा
छोड़ा न पल्लु किये सौ सौ जातां छोड़ा न पल्लु किये सौ सौ जातां थर थर थर थर थर मोरा काँपे बदन थर थर थर थर थर मोरा काँपे बदन जब वह समझा नहीं मई
गर्व लगा के कहा आह चल उधर गर्व लगा के कहा आह चल उधर छन छन छन छन छन बाजे घुँघरू इधर छन छन छन छन छन बाजे घुँघरू इधर ल के