विजयपथ से राहा मी अनसे मुलाकत हो गेई गीत कुमार सानू और अल्का याज्ञिक द्वारा गाए जाते हैं और इंडिवार द्वारा लिखे जाते हैं। इस गीत का संगीत अनु मलिक द्वारा रचित है।
विजयपथ (Vijaypath )
राह में उनसे मुलाक़ात हो गयी (Raah Mein Unse Mulaqat Ho Gayi ) की लिरिक्स (Lyrics Of Raah Mein Unse Mulaqat Ho Gayi )
राह में उनसे मुलाक़ात हो गयी राह में उनसे मुलाक़ात हो गयी जिस से डरते थे वही बात हो गयी क्ष (२)
इश्क़ के नाम से डर लगता था दिल के अंजाम से डर लगता था इश्क़ के नाम से डर लगता था दिल के अंजाम से डर लगता था दिल के अंजाम से डर लगता था
आशिक़ी वही मेरे साथ हो गयी आशिक़ी वही मेरे साथ हो गयी जिस से डरते थे वही बात हो गयी
तेरे बिन कुछ नहीं भाता है मुझे हर तरफ तू नज़र आता है मुझे तेरे बिन कुछ नहीं भाता है मुझे हर तरफ तू नज़र आता है मुझे हर तरफ तू नज़र आता है मुझे
ज़िन्दगी यह तारों की बारात हो गयी ज़िन्दगी यह तारों की बारात हो गयी जिस से डरते थे वही बात हो गयी
आँख रोये नाम पे तेरे सावन की तरह तू समायी दिल में मेरे धड़कन की तरह आँख रोये नाम पे तेरे सावन की तरह तू समायी दिल में मेरे धड़कन की तरह धड़कन की तरह
हर तरफ़ प्यार की बरसात हो गयी हर तरफ़ प्यार की बरसात हो गयी जिस से डरते थे वही बात हो गयी
राह में उनसे मुलाक़ात हो गयी राह में उनसे मुलाक़ात हो गयी जिस से डरते थे वही बात हो गयी