पेहचान से सनम ओ सनम गीत अभिजीत भट्टाचार्य और कविता कृष्णमूर्ति द्वारा गाए जाते हैं और समीर द्वारा लिखे गए हैं। सनम ओ सनम का संगीत आनंद और मिलिंद द्वारा रचित है।
पहचान (Pehchaan )
सनम ओ सनम (Sanam O Sanam ) की लिरिक्स (Lyrics Of Sanam O Sanam )
सनम ओ सनम ऐसे ही प्यार करते रहना सनम ओ सनम ऐसे ही प्यार करते रहना मेरे इन वादों पे
सनम ओ सनम ऐसे ही प्यार करते रहना
दर्द-इ-वफ़ा न सेहना कभी हो के जुदा न रहना कभी क्ष (२)
कुछ भी करेगा दुश्मन ज़माना हम तो लिखेंगे दिल का फ़साना अपनी मोहब्बत में है इतना दम हंस के उठा लेंगे दुनिया के ग़म तेरे बिना जीना नहीं मुझको मेरे हमकदम
सनम ओ सनम ऐसे ही प्यार करते रहना क्ष (२)
होने लगी है महफ़िल जवान कुछ कह रही है दिल की जुबां क्ष (२)
मौका हसीं है
सनम ओ सनम ऐसे ही प्यार करते रहना सनम ओ सनम ऐसे ही प्यार करते रहना मेरे इन वादों पे