Taare Zameen Par Lyrics from the movie Taare Zameen Par is sung by Shankar Mahadevan, its music is composed by Shankar Mahadevan, Ehsaan and Loy and lyrics are written by Javed Akhtar.
तारे ज़मीन पर (Taare Zameen Par )
(Taare Zameen Par ) टाइटल सांगकी लिरिक्स (Lyrics Of Taare Zameen Par )
देखो इन्हें यह हैं ओस की बूँदें पत्तों की गोद में आसमान से खूदें अंगड़ाई लें फिर करवट बदल कर नाज़ुक से मोती हंस दें फिसल कर खो न जाएँ यह.. तारे ज़मीन
यह तो हैं सर्दी में धूप की किरणें उतरे जो आँगन को सुनहरा सा कर दें मन के अंधेरों को रौशन सा कर दें ठिठुरती हथेली की रंगत बदल दें खो न जाएँ यह.. ता
जैसे आँखों की डिबिया में निंदिया और निन्दिया में मीठा सा सपना और सपने में मिल जाए फ़रिश्ता सा कोई जैसे रंगों भरी पिचकारी जैसे तितलियां फूलों की क्यारी जैसे
हाँ... हाँ... आ..
देखो रातों के सीने पे यह तो झिलमिल किसी लौ से उगे हैं यह तो अम्बिया की खुशबु है बागों से बह चले जैसे कांच पे चूड़ी के टुकड़े जैसे खिले खिले फूलों के मुखड़े यह
मोहल्ले की रौनक गलियां हैं जैसे खिलने की ज़िद पर कलियाँ हैं जैसे मुट्ठी में मसम की जैसे हवाएँ यह हैं बुज़ुर्गों के दिल की दुआएं खो न जाएँ यह.. तारे ज़मीन
[तारे ज़मीन पर]
कभी बातें जैसे दादी-नानी कभी छू के जैसे नुम नुम पानी कभी बन जाएँ भोले सवालों की झड़ी सन्नाटे में हंसी के जैसे सूने होठों पे ख़ुशी के जैसे यह तो नूर
हो.. खो न जाएँ.. खो न जाएँ... खो न जाएँ खो न जाएँ... खो न जाएँ यह खो न जाएँ यह खो न जाएँ यह खो न जाएँ यह..