ये अरज़ू थी कही हम बहार देखेन गीत बारीश (1 9 57): यह देव आनंद, नतन, जगदीश सेठी और मेहमूद अभिनीत बारीश का एक प्यारा गीत है। यह लता मंगेशकर द्वारा गाया जाता है और सी रामचंद्र द्वारा रचित है।
बारिश (Baarish )
यह आरज़ू थी कभी हम बहार देखेंगे यह आरज़ू थी कभी हम बहार देखेंगे किसे पता था खिज़ा बार बार देखेंगे
करार प् के भी किस्मत में बेक़रारी है करार प् के भी किस्मत में बेक़रारी है वोह और होंगे जो जी का करार देखेंगे वोह और होंगे जो जी का करार देखेंगे
अभी तो प्यार का इक ख्वाब हमने देखा है अभी तो प्यार का इक ख्वाब हमने देखा है गले में कब तेरी बाहों का हार देखेंगे गले में कब तेरी बाहों का हार देखेंगे
तेरा मिलाप जुदाई से कम नहीं है सनम तेरा मिलाप जुदाई से कम नहीं है सनम तमाम उम्र तेरा इंतज़ार देखेंगे तमाम उम्र तेरा इंतज़ार देखेंगे यह आरज़ू थी कभी हम बह