ये इतना साफ़ आसमाान ये इतनी धूप क्यों मैं आज घर से कैसे निकलूं मेरे इरादे दिख जायेंगे ये तपिश भरा दिन, सब बादल हट गए वो बर्फ की चादर गुम है मैं आज बाहर न जाऊँ मेरे आंसू पिघल जायेंगे मुझे वो
सुना है गांव में बादल आये हैं मां के कदमों में झूमकर बरसे हैं कुछ ग़म की बूंदों ने शिकायत की और ढेर सारे खुशी के पानी झरे हैं मां से बोले हैं बादल अपने शहर वाले बेटे को जरा समझाओ इतना पढ़ा लिख
बारिश की बूंदों को जरा जुल्फों पर गिरनें दो थोड़ी ध्वनि थोड़ी लोरी गाने दो बारिश की बूंदों को अपनी कशिश बताने दो बारिश की बूंदों से मिट्टी को भीग कर फिजां में खुशबू फैलाने दो न रोको न टोको न कुछ कहो
ए बारिश की बूंदे जब भी पड़ती हैमुझे मेरा यौवन याद आता हैकभी श्रृंगार की हुईं नव वधू की तरह दिखती हैकभी मानो अपने मै समा जाने को तरसती हैजब भी आती है साथ अपने प्यार लाती है
अलस का मौसम हवा थी गीलीसीली सीली कुछ नशीलीमौसम की खुमारीबदन में थी भारीसोता ही रहाफिर जिस्म को बड़ी मुश्किल सेउठाया, समेटाशाल खींच करबदन से लपेटाउठूं या वापस लेट जाऊंइसी में जीती सुबह की खुमारीफिर लुढका तकिये पेलिए अलसाया जिस्म भारीस्लो मोशन में भोर का शोर हुआधीरे धीरे आँख खुलीकमरे में थी फैलीरोशनी ध
बारिश आई, बारिश आईमौसम में ठंडक लाईकागज की इक नाव बनायेंचीटे को फिर सैर करायेंझड़ी जब खूब लग जायेगीबगिया मेरी खिल जायेगीभीगी सड़कें...भीगी पटरीवह निकली दादा की छतरीभीगो मिलकर आहिल-इमादबुखार को ज़रा रखना यादनिकले मेंढ़क औे" मजीरेफिसल न जाना चलना धीर
आप अजीब शब्द लगता है मुझे क्यूंकि जब लोग मिलते हैं तो अजनबी होते हैं तो आप बोलते हैं. . मगर तुम जब गुस्सा होते थे तब बोला करते , या फिर तब जब बहुत प्यार से बात करनी होती
बंगाल की खाड़ी की ओर सक्रिय चक्रवातीय तूफान तितली का आंशिक असर बिहार में भी दिखेगा। मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक पटना सहित बिहार के कुछ जिलों में गरज तड़क और तेज हवा के साथ बारिश हो सकती है। मौसमविदों के मुताबिक यह इसपर निर्भर करता है कि गंगेटिक पश्चिम बंगाल से उत्तर पश्चि
देश में सक्रिय मॉनसून अभी कुछ दिन और सक्रिय रह सकता है। मौसम विभाग की मानें तो अगले 24 घंटे में उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में मूसलाधार बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में अगले तीन दिन तक दक्षिण पश्चिम मानसून की सक्रियता
यूपी के कानपुर शहर व आसपास के जिलों के लिए मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी दी है। विभाग की मानें तो अभी 16 अगस्त तक यूपी के तमाम शहरों को बारिश का कहर झेलना पड़ सकता है। कानपुर शहर ही नहीं कानपुर देहात, उन्नाव, बांदा, महोबा, औरैया, हमीरपुर, हरदोई, फतेहपुर, फर्रूखाबाद,
पिछले 24 घंटे से केरल में हो रही मूसलाधार बारिश ने राज्य के कई इलाके में तबाही मचा दी है| बारिश और भूस्खलन से राज्य में अब तक 26 लोगों की मौत हो चुकी है|पेरियार नदी के बढ
ये अरज़ू थी कही हम बहार देखेन गीत बारीश (1 9 57): यह देव आनंद, नतन, जगदीश सेठी और मेहमूद अभिनीत बारीश का एक प्यारा गीत है। यह लता मंगेशकर द्वारा गाया जाता है और सी रामचंद्र द्वारा रचित है।बारिश (Baarish )ज़िन्दगी दी थी जो जीने का मज़ा क्यों न दियामेरी किस्मत में यह आराम बता क्यों न दियाक्यों न दियायह
बनीश फिल्म से डेन डेन पे लखा है गीत सी रामचंद्र द्वारा गाया जाता है, इसका संगीत सी रामचंद्र द्वारा रचित है और गीत राजिंदर कृष्ण द्वारा लिखे गए हैं।बारिश (Baarish )दाने दाने पे लिखा है खाने वाले का नामलेने वाले करोड़कोई कितना अमीर हो या कितना गरीबखाये उतना ही जितना है उसका नसीबकोई कितना अमीर हो या कित
'बारीश' 1 9 57 की हिंदी फिल्म है जिसमें देव आनंद, नतन, जगदीश सेठी, मेहमूद, ललिता पवार, गोप, मदन पुरी, हेलेन, अनवर हुसैन, नाना पालसीकर, कुमूद त्रिपाठी और कुम कुम प्रमुख भूमिका निभाते हैं। हमारे पास 2 गीत गीत और बारीश के 2 वीडियो गाने हैं। सी रामचंद्र ने अपना संगीत बना लिया है। सी रामचंद्र और लता मंगे
बारिश ने शुक्रवार को स्पिटफायर ग्राउंड में सुरे के खिलाफ रिकार्ड कुल का पीछा करने से केंट को बचाया| एरोन फिंच ने 86 रनों की पारी खेली जिसकी बदौलत सरे ने 20 ओवरों में 250-6 का स्कोर बनाया | पारी के बीच में बारिश आ गयी और मैच आगे नहीं खेला जा सका| यह कुल मिलाकर पीछा करने के लिए केंट से रिकॉर्ड
नई दिल्ली : अगले तीन दिनों में दिल्ली व एनसीआर के लोग अच्छी मॉनसूनी बारिश का मजा ले पाएंगे. अगलेे कुछ दिनों में फिरोजपुर से बेरेली, बहराइच होते हुए बिहार के मुजफ्फरपुर तक एक मॉनसून रेखा बनेेगी. इसके चलते इन इलाकों में 09 जुलाई से अगले कुछ दिनों तक दिल्ली, पंजाब, हरियाणा व
बारिश का मौसम हल्की भीगी सी धरा , अनन्त नभ से बरसता अथाह नीर, उठती गिरती लहरें झील में, आनंद उठाते नैसर्गिक सौंदर्य का, सरसराती हवाओं के तेज झोके, सूखी नदी लवालव हो गई, सिन्चित हुए तरू, छा गई हरियाली, बातें करती तरंगिणी बहती जाती, प्यास बुझाती, जीवो को तृप्त करती, घनी हरियाली से झांकते, आच
जैसा की आप जानते है मानसून आ चूका है | भीषण गर्मी के बाद इस राहत भरी बारिश से लोगो को काफी आराम मिलता है| लेकिन बारिश का यह मौसम कई तरह की स्वस्थ्य से जुडी समस्याएं लेकर
कुछ चली कुछ रुकी शायदमुझसे कुछ कह रही थीवो यादो की तेज़ हवामेरे लिये ही बह रही थीमैं रोकती भी तो केसे उसेवो लहर जो दिल में उठी थीगहरी इतनी की सागर भी समा जाये तूफ़ान ऐसा कि सब उडा ले जायेमेरी आंखे जो अश्रू से भरी थी बारिश के पानी सी तेज बरसी थींबस उज़डे गुलिस्तां क