ये शाम मस्तानी गीत - काती पतंग: यह राजेश खन्ना और आशा पारेख की फिल्म कती पतंग का एक उत्कृष्ट गीत है। इसे किशोर कुमार द्वारा गाया जाता है और आरडी बर्मन द्वारा रचित किया जाता है। आनंद बक्षी ने अपने गीत लिखे हैं।
कटी पतंग (Kati Patang )
यह शाम मस्तानी किशोर कुमारकी लिरिक्स (Lyrics Of Yeh Shaam Mastani )
हे... हे... हम्म... हम्म...
यह शाम मस्तानी मदहोश किये जाये मुझे डोर कोई खींचे तेरी ओअर लिए जाए
यह शाम मस्तानी मदहोश किये जाये मुझे डोर कोई खींचे तेरी ओअर लिए जाए
ू.. ू... ू.. ू...
दूर रहती है तू.. मेरे पास आती नहीं.. होठों पे तेरे कभी प्यास आती नहीं.. ऐसा लगे.. जैसे के तू.. हंस के ज़हर कोई पिए जाए
शाम मस्तानी मदहोश किये जाये मुझे डोर कोई खींचे तेरी ओअर लिए जाए
बात जब मैं करून मुझे रोक देती है तू तेरी मीठी नज़र मुझे टोक देती है क्यों तेरी हाय
शाम मस्तानी मदहोश किये जाये मुझे डोर कोई खींचे तेरी ओअर लिए जाए
एक रूठी हुई तक़दीर जैसे कोई खामोश ऐसे है तू तस्वीर जैसे कोई तेरी नज़र बन के जुबां लेकिन तेरे पैगाम दिए जाए
शाम मस्तानी मदहोश किये जाये मुझे डोर कोई खींचे तेरी ओअर लिए जाए