जिंदगी का सफार, है ये कैसा सफार फिल्म सफार से एक दुखद गीत है। किशोर कुमार ने गाया है। इंडिवार ने अपने गीत लिखे हैं जबकि कल्याणजी और आनंदजी ने अपना संगीत बना लिया है।
सफर (Safar )
ज़िन्दगी का सफ़र है ये कैसा (Zindagi Ka Safar Hai Ye Kaisa Safar ) की लिरिक्स (Lyrics Of Zindagi Ka Safar Hai Ye Kaisa Safar )
ज़िन्दगी का सफ़र है ये कैसा सफर कोई समझा नहीं
ज़िन्दगी का सफ़र है ये कैसा सफर कोई समझा नहीं
ज़िन्दगी को बोहत प्यार हमने दिया मौत से भी मोहब्बत निभायेंगे हम रट रट ज़माने में आये मगर हँसते हँसते ज़माने से जायेंगे हम जायेंगे पर किधर है किसे यह खबा
ऐसे जीवन भी हैं जो जिए ही नहीं जिनको जीने से पहले ही मौत आ गयी फूल ऐसे भी हैं जो खिले ही नहीं जिनको खिलने से पहले कीजै खा गई है परेशां नज़र