Lyrics of Geet Gata Chal O Saathi Gungunata Chal from Geet Gata Chal: This is a very well sung song by Jaspal Singh with nicely composed music by Ravindra Jain. Geet Gata Chal O Saathi Gungunata Chal Lyrics are beautifully penned by Ravindra Jain.
गीत गाता चल (Geet Gata Chal )
ओ साथी गुनगुनाता चल की लिरिक्स (Lyrics Of Geet Gata Chal O Saathi Gungunata Chal )
गीत गाता चल ओ साथी गुनगुनाता चल गीत गाता चल ओ साथी गुनगुनाता चल ो बंधु रे हँसते हंसाते बीते हर घड़ी हर पल गीत गाता चल ओ साथी गुनगुनाता चल ओ साथी ग
खुला खुला गगन यह हरी भरी धरती जितना भी देखो तबियत नहीं भरती हो सुन्दर से सुन्दर हर इक रचना फूल कहे काँटों में भी सीखो हँसना ओ साथी सीखो हँसना
चांदी सा चमकता यह नदिया का पानी रे पानी की हर इक बूँद देती ज़िंदगानी अम्बर से बरसे ज़मीन से मिले नीर के बिना तो भैया काम न चले ओ भैया काम न चले ओ मेघा र
कहाँ से तू आया और कहाँ तुझे जाना है खुश है वोही जो इस बात से बेगाना है चल चल चलती हवाएं करें शोर उड़ते पखेरू खींचे मनवा की डोर ो खींचे मनवा की डोर