गहाथ (2000) के यदा यादा हाय धर्मस्या गीत: यह मनोज वाजपेयी, तबू, ओम पुरी और अनुपम खेर अभिनीत गथ से एक प्यारा गीत है। यह ओम पुरी, करसन सरगाथिया और सुलेमान द्वारा गाया जाता है और सलीम सुलेमान द्वारा रचित है।
हाथ (Ghaath )
यदा यदा ही धर्मस्य की लिरिक्स (Lyrics Of Yada Yada Hi Dharmasya )
यदा यदा ही धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत अभ्युत्थानम अधर्मस्य तदात्मानम सृजाम्यहम परित्राणाय साधुनाम विनाशाय च दुष्कृताम धर्म संस्थापनार्थाय संभव
जो हुआ वह अच्छा हुआ जो हो रहा है वह अच्छा हो रहा है और जो होगा वह भी अच्छा होगा तुम क्या लाये थे जो ले जाओगे तुमने क्या पैदा किया जो नष्ट हो गया जो आज तुम्हारा
घाट घाट घाट
जो हुआ वह अच्छा हुआ जो हो रहा है वह अच्छा हो रहा है और जो होगा वह भी अच्छा होगा