फिल्म रिवॉल्वर रानी से ज़ारडोज़ी लम्हे गीत मोइन सबरी द्वारा गाया जाता है। इसका संगीत संजीव श्रीवास्तव द्वारा रचित है और गीत शाहीन इकबाल द्वारा लिखे गए हैं।
रिवाल्वर रानी (Revolver Rani )
ज़रदोज़ी लम्हे (Zardozi Lamhe ) की लिरिक्स (Lyrics Of Zardozi Lamhe )
ज़रदोज़ी लम्हे ोाध के दिल गम सारे पीछे छोड़ के दिल बहने दे हवाओं में जो बहना चाहता है कहने दे सुरूर में जो कहना चाहता है
नया नहीं लेकिन
कोई कच्ची उम्र का दिल में जो मलाल था आज कहीं वो खो गया.. ख़ुशी और ज़िन्दगी दोनों एक हो गयी टूटा हो जैसे दायरा जलने दे जो लौ दिलों की जलना चाहती है चलने दे यूँ
नया नहीं लेकिन
आँखों की मुंडेर से दिल के आसमान तक कोई नहीं है तीसरा.. ख्वाबों की वादियां ख्वाबों के मोर् हैं ख्वाबों की है अब-ो-हवा खोने दे यूँ ख्वाब में जो खोना चाहता है होने दे
नया नहीं लेकिन
आ... आ...
खाली हो गया है दिल भर गयी हैं धड़कने साज़िश है या है यह सजा.. चाल तेज़ थी मगर पीछे रह गए कदम आखिर है क्या यह माज़रा ठगने दे यूँ ज़िन्दगी जो ठगना च
नया नहीं लेकिन
ज़रदोज़ी लम्हे ोध के दिल गम सारे पीछे छोड़ के दिल बहने दे हवाओं में जो बहना चाहता है कहने दे सुरूर में जो कहना चाहता है
नया नहीं लेकिन