Sapnon Ko Ginte Ginte - हवा हवावाई गीत संगीतकार हितेश सोनिक की एक अद्भुत रचना है। उन्होंने यह भी गाया है जबकि उनके गीत अमोल गुप्ते द्वारा लिखे गए हैं। साकिब सलीम, पार्थो गुप्ते और प्रज्ञा फिल्म में मुख्य कलाकार हैं।
हवा हवाई (Hawaa Hawaai )
सपनों को गिनते गिनते की लिरिक्स (Lyrics Of Sapnon Ko Ginte Ginte )
सपनों को गिनते गिनते .. सुबह जो हो गई अपने ही साये में ढूंढूं छइयां सपने देखने
हो.. सपनों को गिनते गिनते .. सुबह जो हो गई अपने ही साये में ढूंढूं छइयां सपने देखने
सूरज की तपिश में मेरी चाँदनी खो गई पल भर की भी न छुट्टी थोड़ा पीछे मुड़के देखने
हम्म.. सपनों को गिनते गिनते .. सुबह जो हो गई
हो.. अपना-अपना मीठा सपना सतरंगी के नीचे दफना हो.. अपना-अपना मीठा सपना सतरंगी के नीचे दफना है पड़ा दिन भर वो देखे नन्हे कंधों की कमान है बोझिल-बोझिल ा
सपनों को गिनते गिनते .. सुबह जो हो गई अपने ही साये में ढूंढूं छइयां सपने देखने