Sar Se Sarke Sar Ki Chunariya Lyrics from Silsila is sung by Kishore Kumar and Lata Mangeshkar and written by Hasan Kamaal. Music of song is composed by Hariprasad Chaurasia and Shivkumar Sharma.
सिलसिला (Silsila )
सर से सरके सर की चुनरिया (Sar Se Sarke Sar Ki Chunariya ) की लिरिक्स (Lyrics Of Sar Se Sarke Sar Ki Chunariya )
सर से सरके सर की चुनरिया लाज भरी अखियों में
सर से सरके सर की चुनरिया लाज भरी अखियों में हो मैया गाये साजन बेहना होके मगन नाचे सखियों में क्ष (२)
नयनों में निंदिया
सर से सरके सर की चुनरिया लाज भरी अखियों में
कुछ लम्हें जीवन के चुरा लें साँसों की यह आग बुझा लें दुनिया से दूर नयी दुनिया बसा लें जब से मिली हैं तुझसे निग़ाहें जादू यह कैसा मुझपे हुआ के दिल जब तनहा ल
सर से सरके सर की चुनरिया लाज भरी अखियों में
आज का हर इक पल सुन्दर है कल क्या हो किसको यह खबर है लम्बा सफर
उडी हैं नींदें आँखों से तेरी ऐसी ही बातों से बदनाम हुयी हूँ सखियों में हो
सर से सरके सर की चुनरिया लाज भरी अखियों में हो मैया गाये साजन बेहना होके मगन नाचे सखियों में
नयनों में निंदिया
सर से सरके सर की चुनरिया लाज भरी अखियों में
तारों से यह मांग सजा दूँ होठों पे इक फूल खिला दूं तेरे लिए सारी दुनिया भुला दूँ
महकेगा सारा गुलशन हमारा दिल का सहारा बाहें तेरी ख़ुशी से हरी भरी होगी यह दुनिया तेरी मेरी होगी इक फूल खिलेगा बागियों में हो
सर से सरके सर की चुनरिया लाज भरी अखियों में हो मैया गाये साजन बेहना होके मगन नाचे सखियों में क्ष (२)