हाथ पैर में झनझनाहट के हाथ पैर में झनझनाहट के मुख्य कारणआपको भी कभी ऐसा महसूस हुआ है कि आपके हाथ पैरों में अजीब सी झुनझुनी हो रही है, और कई बार इसमें दर्द भी महसूस हो सकता है। ऐसा होने पर हम किसी भी चीज को छुते है तो हमे उसका अहसास भी नही होता। ऐसी अवस्था में हाथ-पैरों में सुईयां चुभने जैसा गहरा अहस
बह्र 2122, 2122 212, काफ़िया, आ स्वर, रदीफ़- जाएगा"गज़ल" हाथ कोई हाथ में आ जाएगा मान लो जी साथियाँ भा जाएगालो लगा लो प्यार की है मेंहदी करतली में साहिबा छा जाएगा।।मत कहो की आईना देखा नहींनूर तिल का रंग बरपा जाएगा।।होठ पर कंपन उठे यदि जोर कीखिलखिला दो लालिमा भा जाएगा।।अधखुले है लब अभी तक आप केखोल दो मु
“कुंडलिया”पकड़ो साथी हाथ यह हाथ-हाथ का साथ। उम्मीदों की है प्रभा निकले सूरज नाथ।।निकले सूरज नाथ कट गई घोर निराशा। हुई गुफा आबाद जिलाए थी मन आशा॥ कह गौतम कविराय कुदरती महिमा जकड़ो। प्रभु के हाथ हजार मुरारी के पग पकड़ो॥-१बारिश में छाता लिए डगर सुंदरी एक। रिमझिम पवन फुहार नभ पथ
गहाथ (2000) के यदा यादा हाय धर्मस्या गीत: यह मनोज वाजपेयी, तबू, ओम पुरी और अनुपम खेर अभिनीत गथ से एक प्यारा गीत है। यह ओम पुरी, करसन सरगाथिया और सुलेमान द्वारा गाया जाता है और सलीम सुलेमान द्वारा रचित है।हाथ (Ghaath )यदा यदा ही धर्मस्य की लिरिक्स (Lyrics Of Yada Yada Hi Dharmasya )यदा यदा ही धर्म
'गथ' एक 2000 हिंदी फिल्म है जिसमें मनोज वाजपेयी, तबू, ओम पुरी, अनुपम खेर, शीबा, रविना टंडन, अर्धद वारसी, मुकेश तिवारी, इरफान खान, जॉनी लीवर और राजू खेर प्रमुख भूमिका निभाते हैं। हमारे पास गथ के एक गीत गीत हैं। सलीम सुलेमान ने अपना संगीत बना लिया है। ओम पुरी, करसन सरगाथिया और सुलेमान ने इन गीतों को ग