बजरंग पुनिया ने 2023 एशियाई खेलों की कुश्ती प्रतियोगिता के पुरुषों के 65 किलोग्राम फ्रीस्टाइल इवेंट के सेमीफाइनल में हार का सामना किया। उन्हें ईरान के रहमान अमौजादखलीली ने 8-1 से हराया।
यह पुनिया के लिए एक निराशाजनक परिणाम था, जो अपने भार वर्ग में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ पहलवानों में से एक हैं। उन्होंने 2019 विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था और 2020 टोक्यो ओलंपिक में भी भाग लिया था।
हालांकि, यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि कभी-कभी हर कोई हारता है। दुनिया के सर्वश्रेष्ठ एथलीटों के भी बुरे दिन होते हैं। पुनिया अभी भी एक विश्व स्तरीय पहलवान हैं, और वह इस झटके से मजबूत होकर वापसी करेंगे।
यह भी महत्वपूर्ण है कि पुनिया के पास अभी भी एशियाई खेलों में पदक जीतने का मौका है। वह रीपेचेज राउंड में प्रतिस्पर्धा करेंगे, जो उन पहलवानों को एक कांस्य पदक जीतने का मौका देते हैं जो शुरुआती दौर में हार जाते हैं।
पुनिया एक दृढ़ निश्चयी और मेहनती पहलवान हैं, और वह एशियाई खेलों में पदक जीतने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे। हम उन्हें शुभकामनाएं देते हैं।
पुनिया की हार के कुछ कारणों में शामिल हैं:
अमौजादखलीली एक अनुभवी पहलवान हैं जो अपने भार वर्ग में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक हैं। पुनिया को शुरुआती दौर में एक कठिन मैच जीतने के बाद थकान हो सकती थी। पुनिया को अपने खेल में कुछ बदलाव करने की आवश्यकता हो सकती है ताकि वह अमौजादखलीली जैसे मजबूत प्रतिद्वंद्वियों से निपट सके।
पुनिया की हार से भारतीय कुश्ती टीम को एक झटका लगा है, लेकिन उम्मीद है कि वह रीपेचेज राउंड में जीत हासिल कर सकेंगे और कांस्य पदक जीतेंगे।