भारत बाघों की दो मुख्य प्रजातियों का घर है: बंगाल टाइगर (पैंथरा टाइग्रिस टाइग्रिस) और इंडोचाइनीज टाइगर (पैंथरा टाइग्रिस कॉर्बेटी)। बाघ की ये दो उपप्रजातियाँ देश के विभिन्न क्षेत्रों में पाई जाती हैं।
1. बंगाल टाइगर (पैंथेरा टाइग्रिस टाइग्रिस):
बंगाल टाइगर भारत में पाई जाने वाली सबसे आम बाघ प्रजाति है। यह मुख्य रूप से भारतीय उपमहाद्वीप के वन क्षेत्रों में वितरित किया जाता है। यहां कुछ उल्लेखनीय बाघ अभयारण्य और राष्ट्रीय उद्यान हैं जहां भारत में बंगाल बाघ पाए जाते हैं:
- सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान (पश्चिम बंगाल)
- जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क (उत्तराखंड)
- कान्हा राष्ट्रीय उद्यान (मध्य प्रदेश)
- बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान (मध्य प्रदेश)
- रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान (राजस्थान)
- पेंच राष्ट्रीय उद्यान (मध्य प्रदेश एवं महाराष्ट्र)
- काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान (असम)
- नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान (कर्नाटक)
- पेरियार टाइगर रिजर्व (केरल)
2. इंडोचाइनीज टाइगर (पेंथेरा टाइग्रिस कॉर्बेटी):
इंडोचाइनीज़ बाघ भारत में पाई जाने वाली बाघ की एक और उप-प्रजाति है, हालाँकि बंगाल बाघ की तुलना में इसका वितरण अधिक सीमित है। यह मुख्य रूप से भारत के उत्तरपूर्वी भाग, विशेषकर असम राज्य में पाया जाता है। भारत में मुख्य राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभयारण्य जहां इंडोचाइनीज बाघ पाए जाते हैं उनमें शामिल हैं:
- नामदाफा राष्ट्रीय उद्यान (अरुणाचल प्रदेश)
- मानस राष्ट्रीय उद्यान (असम)
- डम्पा टाइगर रिजर्व (मिजोरम)
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि बंगाल टाइगर और इंडोचाइनीज टाइगर दोनों ही लुप्तप्राय प्रजातियाँ हैं, और भारत में उनकी आबादी और आवास की रक्षा के लिए संरक्षण के प्रयास किए जा रहे हैं।