बजरंग पुनिया एक भारतीय पहलवान हैं, जो फ्रीस्टाइल कुश्ती में प्रतिस्पर्धा करते हैं। वह 65 किलोग्राम भार वर्ग में विश्व स्तरीय पहलवान हैं, और उन्हें भारत के सर्वश्रेष्ठ पहलवानों में से एक माना जाता है।
बजरंग पुनिया का जन्म 26 जनवरी 1994 को हरियाणा के झज्जर जिले में हुआ था। उन्होंने बचपन से ही कुश्ती शुरू कर दी थी, और जल्द ही उन्होंने प्रतिभा दिखाई। उन्होंने 2012 में राष्ट्रीय स्तर पर पदार्पण किया, और तब से उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीते हैं।
बजरंग पुनिया ने 2019 विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता, जो उनके करियर का अब तक का सबसे बड़ा उपलब्धि है। उन्होंने 2020 टोक्यो ओलंपिक में भी भाग लिया, जहां उन्होंने कांस्य पदक के लिए मुकाबला किया, लेकिन अंततः हार गए।
बजरंग पुनिया को उनके खेल के लिए कई पुरस्कार मिले हैं, जिनमें राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार और अर्जुन पुरस्कार शामिल हैं। उन्हें 2022 में भारत सरकार द्वारा पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया था।
बजरंग पुनिया भारत के लिए एक प्रेरणा हैं। उन्होंने कुश्ती में भारत को दुनिया के नक्शे पर रखा है, और वह आने वाले वर्षों में और भी सफलता हासिल करने की उम्मीद कर रहे हैं।
बजरंग पुनिया के कुछ प्रमुख उपलब्धियां इस प्रकार हैं:
2019 विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक 2020 टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक के लिए मुकाबला राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार अर्जुन पुरस्कार पद्मश्री
बजरंग पुनिया की कुछ प्रमुख विशेषताएं इस प्रकार हैं:
मजबूत शरीर तकनीकी कुशलता प्रतिस्पर्धी भावना दृढ़ संकल्प
बजरंग पुनिया की कुछ कमजोरियां इस प्रकार हैं:
कभी-कभी चोटग्रस्त हो जाते हैं कभी-कभी शुरुआत में धीमे हो जाते हैं
बजरंग पुनिया के भविष्य की योजनाएं इस प्रकार हैं:
2024 पेरिस ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतना विश्व चैंपियन बनना भारत को कुश्ती में एक प्रमुख शक्ति बनाना
बजरंग पुनिया भारत के लिए एक राष्ट्रीय नायक हैं। उन्होंने कुश्ती में भारत को दुनिया के नक्शे पर रखा है, और वह आने वाले वर्षों में और भी सफलता हासिल करने की उम्मीद कर रहे हैं।