भारतीय कुश्ती देश के सबसे पुराने और सबसे लोकप्रिय खेलों में से एक है। इसका एक समृद्ध इतिहास है जो प्राचीन काल से है, और रामायण और महाभारत जैसे महाकाव्यों में इसका उल्लेख मिलता है।
भारतीय कुश्ती का पारंपरिक रूप पहलवानी के रूप में जाना जाता है। यह एक कठोर और शारीरिक रूप से मांग वाला खेल है जिसके लिए बहुत अधिक शक्ति, सहनशक्ति और कौशल की आवश्यकता होती है। पहलवान आमतौर पर एक सख्त आहार और प्रशिक्षण व्यवस्था का पालन करते हैं, और अपने प्रभावशाली शरीर के लिए जाने जाते हैं।
हाल के वर्षों में, भारतीय पहलवानों ने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में, विशेष रूप से फ्रीस्टाइल कुश्ती में बड़ी सफलता हासिल की है। कुछ सबसे उल्लेखनीय भारतीय पहलवानों में शामिल हैं:
सुशील कुमार: सुशील कुमार दो बार के ओलंपिक पदक विजेता हैं, जिन्होंने 2008 में रजत पदक और 2012 में कांस्य पदक जीता था। वह छह बार के विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता भी हैं। योगेश्वर दत्त: योगेश्वर दत्त एक ओलंपिक कांस्य पदक विजेता हैं, जिन्होंने 2012 में पदक जीता था। वह दो बार के विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता भी हैं। बजरंग पुनिया: बजरंग पुनिया 65 किग्रा भार वर्ग में विश्व स्तरीय पहलवान हैं। उन्होंने 2019 विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था और 2020 टोक्यो ओलंपिक में भी भाग लिया था।
भारतीय कुश्ती पूरे देश में एक लोकप्रिय खेल है, लेकिन यह विशेष रूप से हरियाणा, पंजाब और महाराष्ट्र राज्यों में लोकप्रिय है। इन राज्यों में कई कुश्ती अकादमियां और क्लब हैं, और कई युवा लोग पेशेवर पहलवान बनने की ख्वाहिश रखते हैं।
कुश्ती सभी उम्र और फिटनेस के स्तर के लोगों के लिए एक बेहतरीन खेल है। यह व्यायाम करने, मांसपेशियों का निर्माण करने और अपने समग्र फिटनेस में सुधार करने का एक शानदार तरीका है। कुश्ती अनुशासन और खेल कौशल सीखने का भी एक शानदार तरीका है।
यदि आप भारतीय कुश्ती के बारे में अधिक जानने में रुचि रखते हैं, तो ऑनलाइन और पुस्तकालयों में कई संसाधन उपलब्ध हैं। आप देश भर के कई शहरों और कस्बों में कुश्ती अकादमियां और क्लब भी पा सकते हैं।