भारत के मध्य में स्थित मध्य प्रदेश, देश के सबसे बड़े और सबसे अधिक आबादी वाले राज्यों में से एक है। यह संस्कृतियों, भाषाओं और समुदायों के मिश्रण की विशेषता वाला एक विविध जनसांख्यिकीय परिदृश्य समेटे हुए है। यहां मध्य प्रदेश की जनसांख्यिकीय संरचना का अवलोकन दिया गया है:
**1. जनसंख्या का आकार:**
मध्य प्रदेश भारत के सबसे अधिक आबादी वाले राज्यों में से एक है, जिसकी आबादी 80 मिलियन से अधिक है (सितंबर 2021 में मेरे अंतिम ज्ञान अद्यतन के अनुसार)। यह उत्तर प्रदेश के बाद भारत का दूसरा सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है।
**2. शहरी और ग्रामीण वितरण:**
राज्य में एक महत्वपूर्ण ग्रामीण आबादी है, इसके अधिकांश निवासी ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं। हालाँकि, शहरीकरण बढ़ रहा है, और भोपाल (राजधानी), इंदौर और ग्वालियर जैसे शहर तेजी से शहरी विकास का अनुभव कर रहे हैं।
**3. भाषा विविधता:**
मध्य प्रदेश भाषाई रूप से विविध है। हिंदी आधिकारिक भाषा है, लेकिन कई क्षेत्रीय भाषाएँ और बोलियाँ बोली जाती हैं। बुंदेली, बाघेली और मालवी राज्य के विभिन्न हिस्सों में बोली जाने वाली कुछ प्रमुख क्षेत्रीय भाषाएँ हैं।
**4. धार्मिक विविधता:**
मध्य प्रदेश अपनी धार्मिक विविधता के लिए जाना जाता है। हिंदू धर्म सबसे व्यापक रूप से प्रचलित धर्म है, लेकिन राज्य मुस्लिम, जैन, बौद्ध, सिख और ईसाइयों की महत्वपूर्ण आबादी का भी घर है।
**5. जनजातीय जनसंख्या:**
मध्य प्रदेश में एक बड़ी जनजातीय आबादी है, राज्य में विभिन्न जनजातीय समुदाय निवास करते हैं। गोंड, भील, बैगा और कोरकू प्रमुख आदिवासी समूहों में से हैं। इन समुदायों की अद्वितीय सांस्कृतिक परंपराएँ और भाषाएँ हैं।
**6. जाति संरचना:**
भारत के अधिकांश हिस्सों की तरह, मध्य प्रदेश में भी एक जटिल जाति व्यवस्था है। राज्य में विभिन्न प्रकार की जातियाँ और उपजातियाँ हैं, जिनमें से प्रत्येक की अपनी सांस्कृतिक और सामाजिक प्रथाएँ हैं।
**7. साक्षरता दर:**
मेरे अंतिम ज्ञान अद्यतन के अनुसार, मध्य प्रदेश में साक्षरता दर में सुधार हो रहा था, लेकिन यह अभी भी राष्ट्रीय औसत से नीचे थी। विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में साक्षरता बढ़ाने के लिए शैक्षिक अवसरों को बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
**8. लिंग अनुपात:**
लिंग असमानता एक चिंता का विषय रही है, राज्य लिंग अनुपात में सुधार के लिए काम कर रहा है। महिलाओं को सशक्त बनाने और विभिन्न क्षेत्रों में उनकी भागीदारी को बढ़ावा देने की पहल जारी है।
**9. उम्र संरचना:**
मध्य प्रदेश में अपेक्षाकृत युवा आबादी है, इसके निवासियों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा 0-35 वर्ष के आयु वर्ग में आता है। यह युवा जनसांख्यिकी राज्य के विकास के लिए अवसर और चुनौतियाँ दोनों प्रस्तुत करती है।
**10. स्वास्थ्य देखभाल और स्वास्थ्य संकेतक:**
स्वास्थ्य देखभाल और स्वास्थ्य संकेतकों तक पहुंच चिंता का विषय रही है, राज्य स्वास्थ्य देखभाल के बुनियादी ढांचे, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य और अपने निवासियों की समग्र भलाई में सुधार के लिए काम कर रहा है।
कृपया ध्यान दें कि जनसांख्यिकीय डेटा समय के साथ बदल सकता है, और मध्य प्रदेश में नवीनतम जनसांख्यिकीय जानकारी और रुझानों के लिए नवीनतम स्रोतों का संदर्भ लेना उचित है।