Prompt - "Use CSR (Corporate Social Responsibility) in a different way..."
सरीन पिछले दशक में देश के सबसे लोकप्रिय पॉपस्टार में से एक बन गया था। उसकी एक आदत प्रायोजकों और साथ की एजेंसी को खल रही थी। आखिरकार उस आदत के लिए एजेंसी हेड सरीन से मिलने आए।
"सरीन तुम्हारा एक-एक सेकंड हमारे लिए कीमती है और जब हम देश-दुनिया के बड़े शहरों में शोज़ कर सकते हैं तो हर साल 2-3 महीने इन पहाड़ी कस्बों में छोटे-मोटे कंसर्ट करने का क्या फायदा?"
सरीन - "लेकिन यह बात तो मैंने अपने कॉन्ट्रैक्ट में रखी थी..."
एजेंसी हेड ने बात काटी - "हाँ पर तब चीज़ें अलग थी। अब इतना पैसा लगा है स्पोंसर्स का तुम पर... समझ यार!"
सरीन - "सिंह साब, जब मैं कुछ नहीं था तब इन कस्बों ने मुझे पाला, तराशा। यहाँ लोगो के पास कुछ खास नहीं है पर मेरे टैलेंट के बदले जैसे सबने मुझे गोद ले रखा था। ये 2-3 महीने जाने कहाँ-कहाँ से लोग आकर रुकते हैं यहाँ, मेरे बहाने इन कस्बों के लोग पैसे कमा लेते हैं। अगर यहाँ आना छोड़ दूंगा तो शायद म्यूजिक में वो बात न रहे। सिर्फ पैसों या हालात की मजबूरी में ही काम नहीं करना चाहिए....कुछ कामो को दिल की मजबूरी बना लेना चाहिए। न जमे तो अपने लिए आप कॉर्पोरेट सोशल रेस्पोंसिबिलिटी समझ लो इसे..
समाप्त