मतलबी मेला नामक आगामी काव्य कॉमिक से एक पैनल की चित्रकला, चित्रकार और सीआरपीएफ के जवान श्री अनुज कुमार ने के लिए यह एक नया अनुभव है . मुझे ख़ुशी है कि इसमें एक लेखक भाई की तरह, मैं उनका साथ दे पाया. अनुज जी में तेज़ी से सुधार हो रहा है .
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Random Micro Fiction Tales
1. परिस्थिति कुछ ऐसी बनी कि कीटाणु से भरे गंदे पानी के साथ इम्युनिटी की गोली लेनी पड़ रही थी.....कुछ तो न्यूट्रलाइज हो।
2. जिस स्टेज पर आने के लिए पूरा कैरियर मेहनत की उसपर आकर लगा मेहनत सफल हो गयी। उस प्लेटफार्म पर आते ही अपने कैरियर का सबसे बेकार प्रदर्शन किया....फिर दोबारा मौका नहीं मिला।
3. लगा था पुराने दोस्त से इतने सालों बाद मिलना होगा तो वही पहले जैसा मज़ा आएगा। यह मुलाक़ात तो औपचारिकता भर रह गयी, जहाँ दोनों को अपनी ज़िन्दगी में लौटने की जल्दी थी।