“हमेशा मेरी ख़ुशी में ही साथ रहते हो दुख में क्यों नहीं?"
"दुख में भी साथ रहता हूँ ना, तुम्हारे दुखों को खुशियों में बदल देता हूँ…तो तुम्हे पता नहीं चलता।”
#ज़हन
19 नवम्बर 2018
“हमेशा मेरी ख़ुशी में ही साथ रहते हो दुख में क्यों नहीं?"
"दुख में भी साथ रहता हूँ ना, तुम्हारे दुखों को खुशियों में बदल देता हूँ…तो तुम्हे पता नहीं चलता।”
#ज़हन