इंडिया संवाद ब्यूरो
न्यूयाॅर्कः धार्मिक भेदभाव खत्म करने की राष्ट्रपति बराक ओबामा की अपील के अगले ही दिन रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के प्रमुख उम्मीदवार माने जा रहे डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में मुसलमानों के प्रवेश पर ही बैन लगाने की पैरवी कर नए विवाद को हवा दे दी है।ट्रंप की ओर से जारी बयान में कहा गया कि जब तक हमारे प्रतिनिधि यह पता न लगा लें कि आखिर यहां क्या चल रहा है, तब तक अमेरिका में मुसलमानों के प्रवेश पर पूरी तरह रोक लगा दी जानी चाहिए। ट्रंप ने अपने बयान का आधार प्यू रिसर्च की ताजा रिपोर्ट को बताया है।
प्यू की रिपोर्ट
प्यू ने एक सर्वे में पाया है कि मुस्लिम समुदाय की एक बड़ी आबादी में अमेरिकियों के लिए नफरत भरी है। सर्वे के दौरान 25 फीसदी लोगों ने माना कि अमेरिका में वहीं के लोगों के खिलाफ हिंसा ग्लोबल जिहाद का परिणाम है जबकि 51 फीसदी ने कहा कि अमेरिका में मुसलमानों को शरिया को मानने की आजादी दी जानी चाहिए।
ट्रंप ने जारी किया बयान
ट्रंप के मुताबिक, यह समझना आवश्यक है कि आखिर यह नफरत फैल कहां से रही है। जब तक खतरे का पता न चल जाए, तब तक हमारा देश जिहादियों के हमले का शिकार होते नहीं रह सकता।
पूर्वाग्रह से ग्रस्त हैं ट्रंप
विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन ने इस बयान के लिए ट्रंप की निंदा की है। उन्होंने ट्रंप को पूर्वाग्रह से ग्रस्त बताते हुए उनके बयान को हास्यास्पद कहा। साथ ही चेतावनी दी कि ऐसे तो हम और असुरक्षित हो जाएंगे।