नई दिल्ली : नई दिल्ली : 'नेशनल हेराल्ड मामले' में पटियाला हाउस कोर्ट ने भले ही 19 दिसंबर की तारीख दे दी हो, लेकिन फिलहाल यह मामला शांत होता नहीं दिखता। सोनिया और राहुल गांधी की कोर्ट में पेशी के आदेश को कांग्रेस पार्टी गंभीरता से ले रही है। कांग्रेस के कपिल सिब्बल ने भी तल्ख़ तेवर दिखाते हुए "हू इज सुब्रहमण्यम स्वामी" के साथ अपनी बात शुरू की।
भाजपा खेल रही है बदले का खेल
सिब्बल ने कहा, "बीजेपी को पता नहीं है कि सरकार कैसे चलाते हैं। वे कांग्रेस के नेताओं को टारगेट करके सरकार चलाना चाहते हैं। सोनिया गांधी, वीरभद्र, शंकर सिंह वघेला, सचिन पायलट सहित कांग्रेस के उन सभी नेताओं पर एक-एक कर कार्रवाई कर रहे हैं। पश्चिम बंगाल, बिहार और अब उत्तर प्रदेश के साथ भी उनकी रणनीति कुछ ऐसी ही है, बदला लेने की।"
उन्होंने कहा, "सरकार जो कहती है, सीबीआई वही करती है। हम चाहते हैं कि भाजपा सरकार संविधान के तहत चले। लोगों के भले के लिए काम करे। नेशनल हेराल्ड मामले में हम खुद आज मजिस्टेट के सामने पेश हुए थे। हमने कहा कि हम सभी 19 तारीख को पेश होंगे। जो अफवाह फैलाई जा रही थी कि हम पेश नहीं होंगे, उसे गलत साबित करेंगे।"
कौन सी पार्टी देती है पैसों का हिसाब
सिब्बल ने नाराजगी जताते हुए कहा कि कोर्ट के मुताबिक, "कांग्रेस पार्टी किसी को लोन नहीं दे सकती, 90 करोड एक कंपनी को दिया था। यह क्रिमिनल एक्ट है। मैं जानना चाहता हूं कि क्या कोई पार्टी बता सकती है कि वह किससे पैसा लेती है और किसे देती है? बीजेपी पैसा कमाने के लिए शेयर में पैसा लगाती है और नुकसान दिखाने के लिए अखबार की आड़ लेती है तो कोई सवाल उठाता है? फिर उन्हें इस बात से समस्या क्यों है कि कांग्रेस पार्टी ने 'यंग इंडिया' को लोन असाइन कैसे कर दिया?"
सिब्बल ने आगे कहा, "लोकतंत्र में विपक्ष के बिना सरकार कभी नहीं चल सकती लेकिन भाजपा ने विपक्ष की जरूरत को ही नकार दिया। 'कांग्रेस मुक्त भारत' का उनका सपना कभी साकार नहीं हो सकता। भाजपा की इस नीति ने ही उसे पिछले कुछ ही समय में हार का स्वाद चखने को मजबूर किया है।"
प्रदर्शनों का दौर शुरू
मंगलवार को संसद के दोनों सदनों में कांग्रेस के हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही बाधित रही। कांग्रेसी सांसदों ने भाजपा पर 'बदले की राजनीति' करने का आरोप लगाते हुए संसद के दोनों सदनों में नारेबाजी की और सदन नहीं चलने दिया। प्रदर्शनों का दौर यहीं खत्म होता नहीं दिखता। आज शाम तक मोदी के घर को घेरने की भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं की तैयारी है।
इंदिरा गांधी की बहू हूं
कोर्ट ने जैसे ही मामले से जुडे अभियुक्तों की पेशी के लिए 19 दिसंबर की तारीख दी, सोनिया ने पहली बार इस मामले में अपनी चुप्पी तोडते हुए ऐसे बयान दिए, जो उनके सख्त तेवर की ओर इशारा कर रहा था। सोनिया ने कहा, "मैं इंदिरा गांधी की बहू हूं। किसी से नहीं डरती। यह सब राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता और द्वेष का परिणाम है।"
कोर्ट परिसर से बाहर आकर अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कोर्ट में हुई बातचीत मीडिया के सामने रखी। उसी दौरान सुब्रहमण्यम स्वामी का बयान आया, "क्या सही है या गलत, कोर्ट तय करेगी, वे नहीं।"
सवाल करता रहूँगा : राहुल गांधी
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी मंगलवार को बाढ़ के हालात का जायजा लेने पुड्डचेरी पहुंचे लेकिन 'नेशनल हेराल्ड केस' के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "हां यह राजनीतिक बदला है। केंद्र सरकार मुझे ऐसे ही सवाल पूछने से रोकती है लेकिन मैं चुप नहीं बैठूंगा। मैं सवाल पूछता रहूंगा और केंद्र सरकार पर दबाव बनाता रहूंगा।"