क्या काम करने के लिए पांच सितारा होटल में रहना ज़रूरी है,
क्या बिना पांच सितारा होटल में रुके काम नहीं किया जा सकता, जिस देश में लाखों बेघर है, करोडो भूखे है उस देश के जनता के प्रतिनिधि को काम करने के लिए पांच सितारा होटल की सुविधा चाहिए, रहने के लिए अच्छी जगह चाहिए इस बात से किसको इंकार है मगर पांच सितारा होटल वो भी जनता के टैक्स के पैसे से सवाल लाजमी है जवाब जनता देगी?
जनता के लिए काम करते है आराम तो चाहिए जाहिर सी बात है, कौन सा काम हुआ आज तक समझ में नहीं आया, देश कर्ज़दार,सुध पानी और हवा आम जनता के नसीब में नहीं है, ट्रैन में टिकट नहीं, बस में सुरक्षा नहीं, खाना महँगी और वो भी ज़हरीला, सिंथेटिक दूध, बलात्कार रोज़ाना घंटो और मिंटो के हिसाब से,अस्पताल में दवाई नहीं, चोरी डकैती की धूम है चारो तरफ, बिना पौसा दिए कोई सरकारी बाबू का हाथ नहीं हिलता?
अगर ये काम है पांच सितारा संस्कृति के तो क्या जनता को पसंद है अगर हा तो जनता तय करें पांच सितारा संस्कृति चाहिए या काम करने वाली संस्कृति?