नई दिल्ली : अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गों ने गुजरात में बीजेपी के 2 प्रमुख नेताओं को गोलियों से छलनी करके मधुमक्खी के छत्ते में हाथ डाल दिया है। मारे गए दो नेताओं में से एक शिरीष भाई बंगाली प्रधानमंत्री मोदी के करीबी थे। शिरीष के साथ मारे गए प्रग्नेश मिस्त्री भरूच ज़िले में बीजेपी के महामंत्री थे। सूत्रों के मुताबिक 2002 के दंगो का बदला लेने के लिए डी कंपनी ने 'गुजरात प्लान' की साज़िश रची है जिसके तहत शिरीष बंगाली का क़त्ल पिछले महीने भरूच में किया गया था।
प्रधानमंत्री कार्यालय इस हत्याकांड की जांच को बेहद नज़दीकी से मॉनिटर कर रहा है। इसी के चलते ये जांच गुजरात पुलिस से लेकर नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी(एनआईए ) को दी गयी है। सूत्रों के मुताबिक डी कंपनी को मुहतोड़ जवाब देने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार खुद एक बड़े ऑपेरशन को अंजाम दे रहे हैं।
डी कंपनी की हिटलिस्ट में गुजरात के पांच और नेता
एनआईए सूत्रों के मुताबिक दाऊद इब्राहिम के दाहिने हाथ जावेद चिकना ने अपने भाई आबिद पटेल के साथ मिलकर इस हत्याकांड की साजिश रची थी। बीजेपी नेता शिरीष को इसलिए मौत की नींद सुलाया गया क्यूंकि 1992 की बाबरी मस्जिद कांड से लेकर 2002 के गुजरात दंगो में वो कथित रूप से सक्रिय थे।
सूत्रों के मुताबिक डी कंपनी की हिटलिस्ट में गुजरात के 5-6 नेता और हैं जो मोदी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के करीबी बताय जाते हैं। अब तक की जांच में साफ़ हुआ है कि 1993 के मुंबई सीरियल धमाकों के फरार आरोपी जावेद चिकना ने इस हत्याकांड में शूटरों को 50 लाख रूपए देने की बात की थी और कुछ रकम साउथ अफ्रीका से मुंबई पहुंचाई भी गयी थी।
गुजरात प्लान के पीछे है पाक ख़ुफ़िया एजेंसी
एनआईए की मुंबई ब्रांच इस बात का भी पता लगा रही है कि डी कंपनी के इस गुजरात प्लान के पीछे क्या पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसी का भी हाथ है.इस हत्या में गिरफ्तार किये गए जावेद चिकना के भाई आबिद ने बताया है कि जावेद चिकना ने उसकी बात मुंबई धमाकों के मुख्य आरोपी टाइगर मेमन से भी कराई थी जो इस वक़्त कराची में रहता है। आबिद के मुताबिक डी कंपनी ने गुजरात के कुछ शहरों में अपने सीक्रेट मॉड्यूल बनाये हैं जो कुछ और सनसनीखेज हत्याओं को अंजाम दे सकते हैं। इन हत्याओं का मकसद गुजरात दंगों का न सिर्फ बदला लेना है बल्कि राज्य में फिर से सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ना भी है।
इधर इंटेलिजेंस ब्यूरो ने डी कंपनी के भारत में सक्रीय सदस्यों पर देश भर में क्रैकडाउन शुरू किया है। मुंबई से लेकर बैंगलोर और गोवा से लेकर काठमांडू तक डी कंपनी के गुर्गों की धरपकड़ के लिए इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) ने एक बड़ा ऑपेरशन लांच किया है।