नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी के नेताओं को कथित तौर पर डीडीसीए (दिल्ली डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन) के दस्तावेज मुहैया कराने वाले बीजेपी सांसद आज सुबह से ही परदे के पीछे छुपे हुए है. सूत्रों के मुताबिक जिस तरह से कीर्ति आजाद ने वित्तमंत्री अरुण जेटली पर "आप" के नेताओं के जरिये कीचड़ उछलवाया था, उससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बहुत नाराज थे.
जब कीर्ति को निलंबित करने की नौबत आई
सूत्रों के मुताबिक सांसद कीर्ति झा आजाद को पार्टी से निलंबित करने की नौबत आ गयी थी. मगर राजनाथ सिंह जैसे नेताओं ने मामले को संभल लिया. बताया जाता है कि सांसद कीर्ति आजाद को समझया गया की संकट में पड़ी पार्टी की खातिर वह क्रिकेट की व्यक्तिगत लड़ाई कुछ दिनों के लिए भूल जायें. बताया जाता है कि सुबह आप की प्रेस कांफ्रेस के बाद पार्टी की छीछालेदर होते देख भाजपा के संगठन मंत्री रामलाल ने भाजपा मुख्यालय में इसी मामले को लेकर आजाद को बुलाया था. और करीब आधे घंटे तक उन्हें समझाया कि वे डीडीसीए मुद्दे पर ज्यादा जोर नहीं दें, क्योंकि इससे पार्टी और सरकार की छवि खराब हो रही है.
स्टैंड पर कायम रहे कीर्ति
सूत्रों के मुताबिक रामलाल के साथ कीर्ति आजाद की एक बार कुछ दूसरे नेताओं की मौजूदगी में बैठक हुई और फिर उन्होंने उनसे अकेले में बात की. लेकिन कीर्ति उनके समझाने के बावजूद अपने स्टैंड पर कायम रहे. सूत्रों के अनुसार, कीर्ति झा आजाद ने संगठन मंत्री रामलाल को स्पष्ट कर दिया कि वे अब इस मामले में कदम पीछे नहीं खींच सकते हैं. वे डीडीसीए के एक सदस्य की हैसियत से उसके अंदर के भ्रष्टाचार के मुद्दे को पिछले छह सालों से उठाते रहे हैं और अब उससे पीछे नहीं हट सकते. आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल तो इस मामले को आज उठा रहे हैं.
राजनाथ ने संभाला मामले को
बात इसके बाद भी जब नही बनी तो पार्टी के बड़े नेताओं को इस बात की जानकारी दी गयी कि आजाद आरपार की लड़ाई लड़ने के मूड में हैं. इस बात की जानकारी पीएम को होने के बाद वो आजाद पर आग बबूला हो उठे और आनन- फानन में आजाद को पार्टी से निकले जाने की तैयारी शुरू कर दी गयी. इस बात की जानकारी राजनाथ सिंह को जब लगी तो उन्होंने किसी तरह मामले को संभाला.
इंडिया संवाद से कुछ नहीं बोले
फिलहाल चौबीस घंटे पहले तक डीडीसीए मामले में बढ़चढ़ कर बोल रहे बीजेपी सांसद कीर्ति आजाद आज अपने घर में छुपकर बैठ गए इस बाबत जब इंडिया संवाद ने कीर्ति आजाद से उनके मोबाइल फोन पर बात की तो उन्होंने कुछ भी बोलने से मना कर दिया. साथ ही यह भी कहा कि उन्हें किसी ने नहीं बुलाया था.