एक मित्र ने प्रश्न पूछा कि....#आजादी के बाद #हिन्दू/ #सिख/#जैन समाज इतनी आर्थिक प्रगति कैसे कर गया और #मुसलमान पीछे क्यों छूट गया?
उत्तर स्पष्ट था।
मैंने भारतीय मुसलमानों को कभी कोई युनिवर्सिटी, स्कूल या कॉलेज माँगते हुए नहीं देखा !!
और न ही कभी वो अपने इलाक़े में अस्पताल के लिए आंदोलन चलाते हैं और न ही बिजली पानी के लिए, न ही उच्च शिक्षा प्राप्त रोजगार।
उन्हें चाहिए बस.....
शरीयत, मस्जिद, कब्रिस्तान, मदरसा.....
हज सब्सिडी,...
बुर्का,.. हलाला,....तीन तलाक ,...
खाने में मीट,..
अनगिनत बच्चे...
बड़े भाई का कुर्ता,...
छोटे भाई का ऊंचा पायजामा,....
खुली चप्पल, दर्जी की दुकान
टायर पंक्चर लगाने का सामान,....
और शहादत या स्वभाविक मौत के बाद....
जन्नत की हूरें......
अरब की रेगिस्तानी दुनिया की सोच तक सीमित रहेंगे तो .....पिछड़ेगे ही न