दुनिया में खुदाई करते समय पौराणिक चीजें मिलती रहती है ,ये सभी चीजें सदियों पहले किसी न किसी वजह से जमीन के नीचे किसी के द्वारा दवाई गई है।
2008 में विस्कोंसिन में आर्किलॉजिस्ट्स को खुदाई के दौरान एक मिट्टी का घड़ा मिला था, इस घड़े में ऐसा कुछ मिला जो केवल कीमती नहीं बल्कि बेसकीमती है , इस घड़े को देखकर अनुमान लगाया जा सकता है यह घड़ा 8000 वर्ष पुराना है,और क्ले का बना हुआ है।
इस घड़े के अंदर से निकली बीज जिन्हें देखकर हर कोई आश्चर्य चकित रह गया, इसमें कुछ बीज सुख चूके थे , जब वो आर्कीलोजिस्टस ने बोया तो उनमें एक पौधा निकला, यह पौधा कोई आम पौधा नहीं निकला यह पौधा विलुप्त हो चुके स्कवश( एक तरह का कद्दू )की प्रजाति का निकला, ये स्कवश आम पौधे से बड़ा था और इस में लगने वाले फल साइज भी नॉर्मल स्कवश से बड़ा था।आर्किलॉजिस्टिक यह देखकरहैरान हो गये की इतने समय से रखे बीजों ने गायब हो चुके फल को फिर से उत्पन्न कर दिया ।
भारतीय वै ज्ञान िक यह अंदाजा लगा रहे है यह घड़ा रामायण काल का है , और भारतीय भू वैज्ञानिक ने तर्क दिया है , कि वनवास के दौरान भगवान राम और माता सीता ने इस घड़ी में ही अपना खाद पदार्थ रखते थे ,अमिरिका वैज्ञानिकों के पास भारतीय भूवैज्ञानिक के तर्क को मानने के अलावा कोई और रास्ता नहीं बचा है