※═❖═▩ஜ ۩۞۩ ஜ▩═❖═※
☝ दोस्तो क्या आप जानते है की
कोल्ड्रिंक पिने से मृत्यु भी हो सकती है..?
═☞ किसी व्यक्ति की मृत्यु के पश्च्यात अग्नि दाह संस्कार में देशी घी डाला जाता है। जिससे की पूरा शरीर जल सके व साथ मे हड्डिया भी काफी हद तक जल जाती है।
☝ लेकिन शायद यह कोई नही जानता है की दांत बिलकुल नही जलते है। और अगर दांत को मिटटी मे भी डाल दीया जाये तो 20 साल के बाद भी दाँत नही गलते हैं।
═☞ अब आप जरा गौर से सोचिये की जिस दांत को घी की आग नही जला सकती है, जिस दाँत को मिट्टी भी नही गला सकती है।
☝ यदी आप उस दाँतों को किसी भी कोल्ड्रिंक में डाल दे तो ज्यादा से ज्यादा 20 दिन में ही पूरा घुल जाता है तथा छानने पर भी दिखाई नही देता है।✓☜
☝ कारन ஃ↴
कोल्ड्रिंक में फॉस्फोरिक एसिड (तेजाब ) नमक जहर होता है जो मनुष्य के सबसे कठोर अंग दांत को ही नही बल्कि दुनिया के अधिकतर वस्तुओ यहाँ तक लोहे को भी पूरी तरह गला देता है।
═☞ अब आप सोचिये की कोल्ड्रिंक पिने से यह शरीर के कई नाजुक अंगो के संपर्क में आता है तो उनका क्या हाल होता होगा।
☝ क्युंकी कोल्ड्रिंक में बहुत पानी होता है इसलिए इसका असर धीरे धीरे होता है व् तत्काल दिखाई नही देता है।
═☞ अहमदाबाद स्थित कंज्यूमर एजुकेशन एंड रिचर्स सेण्टर द्वारा जाँच करने पर कोल्ड्रिंक में
➨ कार्बोलिक एसिड,
➨ अरिथर्बिक एसिड व्
➨ बेजोइक एसिड नामक तेजाब भी पाये गए हैं।
रसायन विज्ञानं का कोई भी विधार्थी जानता है की एसिड की तीव्रता Ph पेपर से पता किया जा सकता है।
➯ pH 7 जितना कम होगी एसिड उतना ही तीव्र होगा।
➯ कोल्डड्रिंक को ph तीव्रता लगभग 2.4 होती है।
☝ इसी कारन कोल्ड्रिंक पीने पर पेट व् गले में जलन, डकारे, दिमाग में सनसनी, चिड़चडा पन तथा एसिडिक हो जाती है।
☝ ध्यान रहे की कई फलो व् सब्जियों जैसे नारंगी , निम्बू, कैरी में भी एसिड होते हैं प्राकृतिक रूप ने होने से शरीर में जाकर क्षार ने बादक जाते हैं तथा शरीर की एसिडिक कम करने का कार्य करती है।
═☞ जबकि कोल्ड्रिंक में एसिड कृत्रिम रूप से होने के कारन खतरनाक बन जाता हैं।
☝ यह कोल्ड्रिंक घर में संडास साफ करने में इस्तेमाल होने वाले हाइड्रोक्लोरिक एसिड की ph तीव्रता के बराबर है।
☝ अब आप सोचिये की क्या ऐसे कोल्ड्रिंक को आपको पीना चाहिये..!
═☞ शरीर विज्ञान के अनुसार हर प्राणी सांस के माध्यम से हवा में विधमान ऑक्ससिजन (प्राण वायु) लेता है तथा शारीर में उत्पन्न कार्बन डाईऑक्साइड (co2) नामक जहरीली गैस बहार निकाल देता है।
☝हर कोल्ड्रिंक में co2 डाली जाती है जिससे यह लंबे समय तक ख़राब ना हो सके। कोल्ड्रिंक पिने पे शरीर इसे नाक व् मुह के माध्यम से इसे बहार निकाल देता है।
☝अत: ये याद रहे की यदि कभी भी गलती से भी co2 बहार न निकल पाये तो मृत्यु निश्चित है।
═☞ हाल में ही सरकार ने कानून बनाया की गाडियो में सिर्फ सीसा रहित (अनलिडेड) पेट्रोल ही उपयोग किया जाये क्योंकि सीसा इंजन में जलता नही है व् धुँए के साथ बहार निकल कर हवा को प्रदूषित करता है।
☝हवा में सीसे की मात्र 0.2 ppm से अधिक होने पर लोगो द्वारा इसमें सांस लेने पर यह
➨ स्नायुतंत्र,
➨ मस्तिस्क,
➨ गुर्दे,
➨ लिवर व्,
➨ माँसपेशियो के लिये घातक होता है !
☝कोका कोला व् पेप्सिकोला दोनों अमेरिका की कंपनी है तथा वहाँ अधिक जागरूकता के कारन बेचे जानी वाली कोल्डड्रिंक में 0.2 ppm से कम सीसा डाला जाता है।
═☞ जबकि इन्ही बईमान कंपनीओ द्वारा भारत में "सब चलता है" की तर्ज़ पर कोल्ड्रिंक में 0.4 ppm सीसा डाला जाता है !
☝कोला ब्रांड के कोल्ड्रिंक में कैफीन डाला जाता है जो अधिक माँत्र में लेने पर,
➨ बैचेनी,
➨ अनिद्रा व्,
➨ सर सर्द पैदा करता है।
☝ये बहु राष्ट्रीय कंपनी अमेरिका व् यूरोप में 88ppm से कम कैफीन डालती है जबकि भारत में 111ppm तक कैफीन उपयोग करती है।
═☞ जाँच करने पर कोल्ड्रिंक में कई अन्य जहरीले रसायन भी पाये गए है,
➨ आर्सेनिक,
➨ केडिमियम्,
➨ जिंक,
➨ सोडियम ग्लूटामेट,
➨ पोटेशियम सोरबेट,
➨ मिथाइल बेन्जीन,
➨ ब्रोमिनेटेड,
➨ वेजिटेबल आयल इत्यादि।
☝विश्व स्वस्थ संगठन (who) ने कोल्डड्रिंक को धीमा जहर घोसित किया है।✓☜
═☞ गौरतलब है की एस्परटेम से बच्चों में ब्रेन हेमरेज होकर उसकी मृत्यु भी हो सकती है इसलिये बोतल व कैन पर चेतावनी भी लिखी है की बच्चे इस्तेमाल ना करे (फोटो देखे )
☝डॉ, के अनुसार कोल्ड्रिंक में पोस्टिक तत्त्व बिलकुल नही है यानि इसमें शरीर के लिये,
➠ प्रोटीन,
➠ विटामिन,
➠ वासा,
➠ खनिज,
➠ केल्शियम व्,
➠ फास्फोरस में से कुछ भी नही है।
☝वही दूसरी तरफ दूध अौषधिय गुणधर्म वाला पौष्टिक, सुपाच्य व् सम्पूर्ण आहार है तथा सिर्फ इसको पिलाने से बच्चे के शरीर का पूर्ण विकास होता है।
═☞ लेकिन फिर भी आज के दौर मे हम कॉल्ड्रिंकस को पीने व पिलाने मे हमारा स्टेटस समझने लगे है।
☝बड़े दुर्भाग्य की बात है की हजारो वर्षो से दूध दही की नदिया की संस्कृति वाले हमारे देश में पिछले 10 वर्षो मे हमारी मानसिकता इतनी विकृत हुई है की आधुनिकता व् status के भरम में लोग जहरीले रसायनों वाला कोल्ड्रिंक को गटागट जीवन जल समझकर पि ही नही रहे बल्कि देवता रूप अतिथि को भी पिला रहे हैं।
═☞ एक 300 ml कोल्डड्रिंक की बोतल को धोने में लगभग 10 लीटर पानी खर्च होता है।
☝जिस देश में आजादी के 68 सालो बाद भी 2 लाख गाँव यानि 33 करोड़ लोगो को हर तिन में से एक व्यक्ति को पिने का पानी नसीब नही होता हो,
☝उस देश में कोल्डड्रिंक पिने से बड़ा और कोई और पाप नही है।
═☞ पेप्सिकोला और कोकाकोला साठगांठ करके सारी कोल्ड्रिंक की एक ही कींमत रखती है।
☝कोल्ड्रिंक में ज्यादा मुनाफा होने के कारन बिक्री बढ़ने के लिये ये कंपनी करोडो रूपये खर्च करके फ़िल्म सितारों व् क्रिकेट के खिलाडीयो के विज्ञापन सभी टीवी चैनल अख़बार व् पत्रिका में बार बार देती है।
═☞ ऐसे नए नए व् सैक्सी विज्ञापन द्वारा लोगो के मस्तिस्क को पंगु बनाकर पश्चिमी जीवन शैली अपनाने को प्रोत्साहित करती है तथा मन में लालच जगाती है।
☝दुर्भाग्य इस देश की कंगाली का रोना रोने वाली सरकार ने जहाँ एक और गरीब को मिलने वाले राशन के अनाज की कीमत 2 गुनी कर दी है वहीँ दूसरी और इस जहरीले
☝अतः याद रहे की यदि देश व हमारी सेहत को बचाना है तो बहीष्कार करे,
➨ पेप्सी,
➨ लहर,
➨ 7उप,
➨ मिरिंडा,
➨ कोक,
➨ स्प्राइट,
➨ थम्सउप,
➨ लिम्का आदि।
═☞ आप सभी इसके बदले ताजे फलो का रस पिए जैसे,
➯ फलो का रस,
➯ मिल्क शैक,
➯ नारियल पानी,
➯ निम्बू पानी,
➯ शिकंजी,
➯ दूध दही,
➯ लस्सी,
➯ जलजीरा,
➯ रसना, आदि ताकि देश के किसान को रोजगार मिल सके।
आशा है की आज से ही हम सब अपनी गलती सुधारकर देश हीत व अपनी सेहत के प्रति जागरुक बनकर अपना अपना योगदान प्रदान करेंगे।
☝अमर बलिदानी स्वर्गीय श्री राजीव दिक्षित जी के स्वास्थ्य सम्बन्धी व्याख्यानों की अमृतधारा मे से चुनी कुछ अनमोल प्रस्तुति,
═☞ कृपया इन जानकारीयों को अपने मित्र गण व अपने निकटतम परिजनों और परिवार के सदस्यों से अावश्यकतानुसार वार्तालाप या परामर्श करें...✓☜
☝आपने इस पुरे कथन का ध्यान से पढने किया इसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद|