भास्करन्यूज|यमुनानगर
गीता जयंतीके उपलक्ष्य में जिला जेल में सत्संग का आयोजन किया गया। जिसमें साध्वी दिवेशा भारती स्वामी योगेशानंद ने प्रवचन किया। उन्होंने कहा कि गीता में मनुष्य की हर समस्या का समाधान है। जरूरत है गीता को पढऩे समझने की। साध्वियों ने प्रवचन के साथ भजन भी किया। जिससे जेल का माहौल भक्तिमय हो गया।
प्रवचन करते साध्वी दिवेशा भारती ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने मोहमाया में बंधे अर्जुन को गीता का संदेश दिया था। मनुष्य को भी गीता को समझने की जरूरत है। यदि कोई गीता का महत्त्व पूरी तरह से समझ जाए,तो मोहमाया से दूर हो जाएगा। जीवन में विवादों की जड़ मोह माया है। यदि मनुष्य मोह माया को छोड़ दे,तो जीवन सुखमय होगा। स्वामी योगेशानंद महाराज ने कहा कि सत्संग से मनुष्य को अच्छे विचार मिलते हैं। अच्छे विचारों से मन शुद्ध होता है। यदि मनुष्य अच्छे विचारों में रहेगा,तो जीवन में कलह नहीं होगी और हमेशा सुख शांति रहेगी। समाज में भी भाईचारा बढ़ेगा। इस दौरान बंदी कैदियों को गीता के प्रवचन भी सुनाए गए। साथ ही हर रोज गीता का पाठ करने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि अध्यात्मिक विचारों को अपनाने का एकमात्र साधन सत्संग है। सत्संग से जहां गीता पाठ प्रभु की भक्ति करने का सौभाग्य मिलता है,वहीं मनुष्य के जीवन के दुख भी दूर होते हैं। इस दौरान एडीसी डॉ.शालीन,जेल एसपी रतन सिंह,डीएसपी संजय बांगड,रेशम सिंह,विवेक सांगवान अशोक चावला मौजूद रहे।
यमुनानगर|जिलाजेल में स्वर्ण जयंती समारोह के उपलक्ष्य में आयोजित सत्संग में उपस्थित बंदी कैदी और प्रवचन करती साध्वी।