इंडिया संवाद ब्यूरो
नई दिल्ली : DDCA मामले में आम आदमी पार्टी द्वारा अरुण जेटली पर लगाये गए आरोपों का जेटली ने ब्लॉग लिखकर जवाब दिया है। जेटली ने फेसबुक पर लिखे अपने पोस्ट में कहा है कि " किसी को भी अपनी राय रखना उसका संवैधानिक अधिकार है लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री की भाषा ऐतिहासिक है। उन्होंने इसे असत्य और मानहानि वाली भाषा बताया। जेटली ने लिखा दिल्ली के मुख्यमंत्री की भाषा और सीबीआई पर सवाल संघीय ढांचे का उल्लंघन किया है।
मैंने 2013 में ही DDCA छोड़ दिया
जेटली ने लिखा, मैंने महसूस किया है कि मुझे इन आरोपों का जवाब देना चाहिए। मैंने 2013 में ही क्रिकेट प्रशासन छोड़ दिया है। 2014 और 2015 के कुछ आंकड़ों को सामने रखकर मुझे इसमें घसीटा नहीं जा सकता। इससे पहले आम आदमी पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर वित्त मंत्री अरुण जेटली पर बड़े आरोप लगाए। पार्टी ने आरोप लगाया कि अरुण जेटली के 15 साल के कार्यकाल में डीडीसीए का दोहन किया गया। आम आदमी पार्टी की तरफ से कहा गया कि डीडीसीए के अध्यक्ष रहते हुए अरुण जेटली के वक्त में करोड़ों रुपए की वित्तीय अनियमितताएं बरती गईं।
जेटली ने लिखा कि कुछ दिन पहले ही दिल्ली सरकार के सचिव को रिश्वत लेते पकड़ा गया था जिसका दिल्ली सरकार ने स्वागत किया। जिसके चार दिन बाद दिल्ली सरकार के एक अन्य अधिकारी पर छापेमारी हुई जिसने अपराध किया था। लेकिन केजरीवाल उन्हें बचने के लिए और ध्यान भटकने के लिए ऐसा कर रहे हैं।
नीतीश और ममता बनाये बनाये केजरीवाल से दूरी
जेटली ने लिख है कि दिल्ली के सीएम ने संघीय ढांचे का उल्लंघन किया और दूसरा उन्होंने सीबीआई के छापेमारी से ध्यान भटकाने के लिए DDCA को इस मामले से जोड़ा। जेटली ने लिखा कि दो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और ममता बनर्जी ने केजरीवाल का समर्थन किया है। जबकि उन्हें प्रधानमंत्री के खिलाफ ऐसे बयान देने वाले से दूरी बनानी चाहिए।