"अनकहे और अनछुए अहसासों से" निश्छल प्रेम छलकता है आँखों से मनीषा शुक्ला कानपुर
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आँधियाँ इश्क़ की चल रही हैं..!और तबाह जज्बात हो रहे हैं.....!!
"अनकहे और अनछुए अहसासों से" निश्छल प्रेम छलकता है आँखों से