एक लड़की जो एक अनचाहे बंधन में बंध रही है। क्या होगा जब उसे हकीकत पता चलेगी। ये क्या कर दिया?? जब से आई है तब से मनहूसियत फैला रखी है पूरे घर में। न जिन्हें क्या सूझि जो इस मनहूस को ब्याह कर अपने घर उठा लाया। अच्छा खासा परिवार था मेरा..... लेकिन दि
एक लड़की जो एक अनचाहे बंधन में बंध रही है। क्या होगा जब उसे हकीकत पता चलेगी। ये क्या कर दिया?? जब से आई है तब से मनहूसियत फैला रखी है पूरे घर में। न जिन्हें क्या सूझि जो इस मनहूस को ब्याह कर अपने घर उठा लाया। अच्छा खासा परिवार था मेरा..... लेकिन दि
A Science that was preserved and associated largely as a support to martial arts and warfare can now be used and applied for normal healing on a wide range of physical and mental diseases as a result of research and application, since 1993, of this l
A Science that was preserved and associated largely as a support to martial arts and warfare can now be used and applied for normal healing on a wide range of physical and mental diseases as a result of research and application, since 1993, of this l
पिता और पुत्र का एक ऐसा रिष्ता है जिसमें पिता अपने पुत्र में स्वयं को देखता है। अक्सर वह चाहता है कि उसका पुत्र वो करे, जो वह स्वयं न कर सका, अपने अनुभवों और ज्ञान को अपने पुत्र के भीतर झोंक देना चाहता है एक पिता। या यूं कहें पिता अपने पुत्र के माध्य
पिता और पुत्र का एक ऐसा रिष्ता है जिसमें पिता अपने पुत्र में स्वयं को देखता है। अक्सर वह चाहता है कि उसका पुत्र वो करे, जो वह स्वयं न कर सका, अपने अनुभवों और ज्ञान को अपने पुत्र के भीतर झोंक देना चाहता है एक पिता। या यूं कहें पिता अपने पुत्र के माध्य
"आज मेरी आवाज सुनने वाला कोई नहीं है अगर किसी को जानना है कि मैं क्या कह रहा हूँ उसके लिए, उसे मेरे आंतरिक विचार पर अधिक ध्यान केंद्रित करना होगा। क्योंकि आजकल मैं एक भी शब्द बोलने की कोशिश नहीं कर सकता, मेरी आवाज खोई हुई सी है और मैं अपनी सारी भा
"आज मेरी आवाज सुनने वाला कोई नहीं है अगर किसी को जानना है कि मैं क्या कह रहा हूँ उसके लिए, उसे मेरे आंतरिक विचार पर अधिक ध्यान केंद्रित करना होगा। क्योंकि आजकल मैं एक भी शब्द बोलने की कोशिश नहीं कर सकता, मेरी आवाज खोई हुई सी है और मैं अपनी सारी भा
Do you aspire to have self-confidence, good relationships, health, success, peace of mind, the ability to make the right decisions in adversity, the art of understanding people, freedom from karma, spiritual growth, and an independent life? But don't
Do you aspire to have self-confidence, good relationships, health, success, peace of mind, the ability to make the right decisions in adversity, the art of understanding people, freedom from karma, spiritual growth, and an independent life? But don't
रिश्तों की व्याख्या...! 'वक़्त'... आपने नाम तो सुना ही है। कितना निष्ठुर, कितना निर्दयी, कितना खुदगर्ज़ होता है। अपने ही चाल में मस्त मलंग बस चलता जाता है... चलता जाता है... चलता जाता है....। इस बेपरवाह अमूर्त प्राणी को कोई परवाह नहीं की इसके विशाल प
रिश्तों की व्याख्या...! 'वक़्त'... आपने नाम तो सुना ही है। कितना निष्ठुर, कितना निर्दयी, कितना खुदगर्ज़ होता है। अपने ही चाल में मस्त मलंग बस चलता जाता है... चलता जाता है... चलता जाता है....। इस बेपरवाह अमूर्त प्राणी को कोई परवाह नहीं की इसके विशाल प
यह कहानी पूरी तरह से काल्पनीक है और ये सिर्फ मनोरंजन के लिए लिखा गया है । इस का किसी के लाइफ से कोई लेना देना नहीं हैं । हाँ ! अगर इस कहानी से आपको कुछ अच्छा सिखने को मिले , तो आप उसे अपने अंदर जरूर उतार सकते है | 😊 ये मेरी खुशनसीबी होगी ... जो आपक
यह कहानी पूरी तरह से काल्पनीक है और ये सिर्फ मनोरंजन के लिए लिखा गया है । इस का किसी के लाइफ से कोई लेना देना नहीं हैं । हाँ ! अगर इस कहानी से आपको कुछ अच्छा सिखने को मिले , तो आप उसे अपने अंदर जरूर उतार सकते है | 😊 ये मेरी खुशनसीबी होगी ... जो आपक
दोस्तो ये तब की बात है जब हम सब भाइ ओर बहन छटी ओर सातवीं क्लास मे पढते थे सरकारी स्कुल मे जाते थै हमारी क्लास मे हम हम आठ लङकी,थी हमारी गली की एक लङकी जिसका नाम किरतना था लेकिन सब लोग उसे किरतना बुलाते थे ओर उस साल गली की सब लडकियो कार्तिक नहान
दोस्तो ये तब की बात है जब हम सब भाइ ओर बहन छटी ओर सातवीं क्लास मे पढते थे सरकारी स्कुल मे जाते थै हमारी क्लास मे हम हम आठ लङकी,थी हमारी गली की एक लङकी जिसका नाम किरतना था लेकिन सब लोग उसे किरतना बुलाते थे ओर उस साल गली की सब लडकियो कार्तिक नहान
एक औरत की व्यथा ,जो बेचारी हमेशा अपनो के लिये मरती रहती है ,पर अंत में उसका अपना क्या रहता है ,*"!!
एक औरत की व्यथा ,जो बेचारी हमेशा अपनो के लिये मरती रहती है ,पर अंत में उसका अपना क्या रहता है ,*"!!
मन की व्यथा एक ऐसी औरतो की कहानी है ,जो हमेशा अपने मन से ही बाते करती रहती है । यहॉ तक कि वो अपने ऑसुओ को भी अपने तक छिपाकर रखती है , अपना वो दर्द किसी के साथ नही बॉटती, इस नोवेल मे एसी 10औरते है ,जिनकी मन की व्यथा को बताने की कोशिश की गई है ,कहॉ जात
मन की व्यथा एक ऐसी औरतो की कहानी है ,जो हमेशा अपने मन से ही बाते करती रहती है । यहॉ तक कि वो अपने ऑसुओ को भी अपने तक छिपाकर रखती है , अपना वो दर्द किसी के साथ नही बॉटती, इस नोवेल मे एसी 10औरते है ,जिनकी मन की व्यथा को बताने की कोशिश की गई है ,कहॉ जात
तेरा इश्क़ है मेरा इबादत । तेरा प्यार है मेरी मोहब्बत । यह कहानी है दो लोगो की जुनून की तकरार की ओर बेइंतिहान मोहब्बत की ।
तेरा इश्क़ है मेरा इबादत । तेरा प्यार है मेरी मोहब्बत । यह कहानी है दो लोगो की जुनून की तकरार की ओर बेइंतिहान मोहब्बत की ।
बांग्ला के अमर कथाशिल्पी और सुप्रसिद्ध उपन्यासकार शरत चंद्र चट्टोपाध्याय उनकी अधिकांश कृतियों में गाँव के लोगों की जीवनशैली, उनके संघर्ष एवं उनके द्वारा झेले गए संकटों का वर्णन है। हुगली जिले का सप्तग्राम-उसमें दो भाई नीलाम्बर व पीताम्बर रहते थे। न
बांग्ला के अमर कथाशिल्पी और सुप्रसिद्ध उपन्यासकार शरत चंद्र चट्टोपाध्याय उनकी अधिकांश कृतियों में गाँव के लोगों की जीवनशैली, उनके संघर्ष एवं उनके द्वारा झेले गए संकटों का वर्णन है। हुगली जिले का सप्तग्राम-उसमें दो भाई नीलाम्बर व पीताम्बर रहते थे। न
मेरी ये किताब एक फौजी की जीवन शैली उसकी कुर्बानी और उसके अधूरे प्यार की एक संग्रह है।। मेरे इस स्टोरी में कुछ चीजें है जो काल्पनिक नही रियाल लगती है पर है नही ये पूर्ण तह: काल्पनिक है मै अपने सब्दो से किसी को भी ठेश नही पहुचना चाहती आप मेर
मेरी ये किताब एक फौजी की जीवन शैली उसकी कुर्बानी और उसके अधूरे प्यार की एक संग्रह है।। मेरे इस स्टोरी में कुछ चीजें है जो काल्पनिक नही रियाल लगती है पर है नही ये पूर्ण तह: काल्पनिक है मै अपने सब्दो से किसी को भी ठेश नही पहुचना चाहती आप मेर
इंसान और जानवरों के बीच में निष्पाप प्रेम का बर्णन, और उनके एक दूसरे से अलग हो जाने का दुःख, लेखिका ने इस कहानी के जरिए दिखाने की चेष्टा की है।।
इंसान और जानवरों के बीच में निष्पाप प्रेम का बर्णन, और उनके एक दूसरे से अलग हो जाने का दुःख, लेखिका ने इस कहानी के जरिए दिखाने की चेष्टा की है।।
'बहना तेरे प्यार में' ये कहानी दो बहनों के अथाह प्रेम को व्यक्त करती हुई कहानी है । दो बहनें नव्या और भव्या जो मैकेनिक पिता की बेटियाँ हैं । उनके पिता अस्वस्थ हैं और अपने पिता की अस्वस्थता के चलते उन्होनें दुकान चलाने का जिम्मा अपने ऊपर ले लिया है औ
'बहना तेरे प्यार में' ये कहानी दो बहनों के अथाह प्रेम को व्यक्त करती हुई कहानी है । दो बहनें नव्या और भव्या जो मैकेनिक पिता की बेटियाँ हैं । उनके पिता अस्वस्थ हैं और अपने पिता की अस्वस्थता के चलते उन्होनें दुकान चलाने का जिम्मा अपने ऊपर ले लिया है औ