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ग़ज़ल की किताबें

मेरे हमसफर

मेरे हमसफर

Jitendra Kumar sahu

अनुभव के मोती। इस पुस्तक में जीवन मूल्य का अहसास कराती कविता,गजल व मुशायरों का संग्रह है।कैसे हम उस रास्ते को भटक गए है जो रास्ता उस प्रकाश की ओर जाता है जो सदा प्रकाशमान है। जो सदा शाश्वत है।

18 पाठक
12 रचनाएँ
1 लोगों ने खरीदा

ईबुक:

₹ 37/-

मेरे हमसफर

मेरे हमसफर

Jitendra Kumar sahu

अनुभव के मोती। इस पुस्तक में जीवन मूल्य का अहसास कराती कविता,गजल व मुशायरों का संग्रह है।कैसे हम उस रास्ते को भटक गए है जो रास्ता उस प्रकाश की ओर जाता है जो सदा प्रकाशमान है। जो सदा शाश्वत है।

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मौसम-ए-इश्क

मौसम-ए-इश्क

Chandra Mohan Mishra

यह इश्क नहीं आसान, एक आग का दरिया है। और डूब कर जाना है।।

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निःशुल्क

मौसम-ए-इश्क

मौसम-ए-इश्क

Chandra Mohan Mishra

यह इश्क नहीं आसान, एक आग का दरिया है। और डूब कर जाना है।।

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"फिज़ा" एक गज़ल

"फिज़ा" एक गज़ल

Rohit Kumar'Madhu'

यह एक गज़ल संग्रह है , जिस में गज़ल के ज़रिए मोहब्बत की बात की गई है, इसमें कई शेर ऐसे भी है जिसमे हकीकत व हबीब के प्रेम पर कहने की कोशिश है, सभी गजले तरन्नुम में है, आप मोहब्बत के साथ पढ़े। इंजॉय करे और मुझे आशीर्वाद प्रदान करे। धन्यवाद...

8 पाठक
22 रचनाएँ
2 लोगों ने खरीदा

ईबुक:

₹ 59/-

"फिज़ा" एक गज़ल

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Rohit Kumar'Madhu'

यह एक गज़ल संग्रह है , जिस में गज़ल के ज़रिए मोहब्बत की बात की गई है, इसमें कई शेर ऐसे भी है जिसमे हकीकत व हबीब के प्रेम पर कहने की कोशिश है, सभी गजले तरन्नुम में है, आप मोहब्बत के साथ पढ़े। इंजॉय करे और मुझे आशीर्वाद प्रदान करे। धन्यवाद...

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सवा हाथ ज़िंदगी

सवा हाथ ज़िंदगी

Nakul Kumar

प्रस्तुत पुस्तक एक ग़ज़ल संग्रह है जिसमें स्वरचित ग़ज़लें संग्रहित हैं। ग़ज़ल ऐसी विधा है जो वर्तमान में अधिक पसंद की जा रही है जिसके माध्यम से कठिन बातों को भी आसानी से कहा जा सकता है

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सवा हाथ ज़िंदगी

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Nakul Kumar

प्रस्तुत पुस्तक एक ग़ज़ल संग्रह है जिसमें स्वरचित ग़ज़लें संग्रहित हैं। ग़ज़ल ऐसी विधा है जो वर्तमान में अधिक पसंद की जा रही है जिसके माध्यम से कठिन बातों को भी आसानी से कहा जा सकता है

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ग़ज़ल और कविताएं

ग़ज़ल और कविताएं

Sudhir Bamola

यहां मेरी द्वारा लिखी गई ग़ज़ल और कविताएं पढ़ी जा सकती हैं

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स्वप्न से आगे

स्वप्न से आगे

के.एस. राही

मुहब्बतों का ये मंजर भी गुज़रना चहिये था मेरी आँखों से समंदर भी उतरना चाहिये था मेरी खामोशी को मेरी हार मत समझे ये दुनिया मेरी गर्दिश के सितारे को उभरना चाहिये था जिस गली से वो थे गुज़रे फूल मुरझा ही गये उनको अपना दुपट्टा सर से ढकना चाहिए था

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स्वप्न से आगे

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के.एस. राही

मुहब्बतों का ये मंजर भी गुज़रना चहिये था मेरी आँखों से समंदर भी उतरना चाहिये था मेरी खामोशी को मेरी हार मत समझे ये दुनिया मेरी गर्दिश के सितारे को उभरना चाहिये था जिस गली से वो थे गुज़रे फूल मुरझा ही गये उनको अपना दुपट्टा सर से ढकना चाहिए था

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कुछ बातें मन की

कुछ बातें मन की

सौरभ पाण्डेय

मन में आने वाले विचारों को कलमबद्ध किया है,आप पढ़ें और महसूस करें।।

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अतीत के पन्ने

अतीत के पन्ने

sanjay kumar

जब इन्सान का जन्म होता है तो जन्म के बाद बचपन से बुढ़ापे तक उसके अन्दर भावना जुड़ जाती हैकुछ जीवन की खट्टी यादें होती है कुछ मीठी यादें होती है जब आदमी की उम्र बढ़ने लगती है तो उसका अनुभव भी बढ़ने लगता हैउसके अतीत में बीती हुई घटनाओं को है काव्य का

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sanjay kumar

जब इन्सान का जन्म होता है तो जन्म के बाद बचपन से बुढ़ापे तक उसके अन्दर भावना जुड़ जाती हैकुछ जीवन की खट्टी यादें होती है कुछ मीठी यादें होती है जब आदमी की उम्र बढ़ने लगती है तो उसका अनुभव भी बढ़ने लगता हैउसके अतीत में बीती हुई घटनाओं को है काव्य का

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ग़ज़ल।

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Sanjay Dani

विरह की आग में जलते आशिक की कहानी।

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ग़ज़ल।

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विरह की आग में जलते आशिक की कहानी।

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faizan की डायरी

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faizan

Zindagi

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ग़ज़ल

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Sanjay Dani

गरीबी और आशिक़ की व्यथाएं ।

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ग़ज़ल

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Sanjay Dani

गरीबी और आशिक़ की व्यथाएं ।

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शेरों शायरी

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बाबु लाल धाकड़

जीवन में आने वाली समस्यायों और घटनाओं पर आधारित विषयों पर कुछ शेर हैं, पढ़िए और आनन्द लें और अपनी सोच विकसित करें ।

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देशभक्ति गजल

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Kranti raj

हाथो मे थाम्हे है ,तिरंगा झंडा हम दुश्मनो हमे बताओ न ,झुकेगे न हम रास्ता दिखने बालो मंजील न बता खुद पथिक बन गाऊ जमाने की रौनक से क्या भरोसा तेरा है मिले हो दुश्मनो से अपना बनाने का कभी क्रोशिश तु न कर मै परिंदा हुँ ,ऐसी गलत पाव न पसार गर्

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देशभक्ति गजल

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Kranti raj

हाथो मे थाम्हे है ,तिरंगा झंडा हम दुश्मनो हमे बताओ न ,झुकेगे न हम रास्ता दिखने बालो मंजील न बता खुद पथिक बन गाऊ जमाने की रौनक से क्या भरोसा तेरा है मिले हो दुश्मनो से अपना बनाने का कभी क्रोशिश तु न कर मै परिंदा हुँ ,ऐसी गलत पाव न पसार गर्

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मेरे शब्द...

मेरे शब्द...

𝑺𝒉𝒊𝒌𝒉𝒂 𝑪𝒉𝒂𝒖𝒅𝒉𝒂𝒓𝒚

जिंदगी के कलम से...🥀

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हमे क्या पता था
कि वो सब बेवजह था

हमे क्या पता था कि वो सब बेवजह था

रिया सिंह सिकरवार " अनामिका "

हमे क्या पता था कि वो सब बेवजह था

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हमे क्या पता था
कि वो सब बेवजह था

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शब्द-ए-सफर

शब्द-ए-सफर

Meenakshi Suryavanshi

शब्दों का महत्व तो इंसान के बोलने पर समझ आता हैं, वरना ” स्वागत ” तो पायदान पर भी लिखा होता हैं। शब्द ही दुनिया हैं” जो भी व्यक्ति शब्दों का महिमा और शब्दों की शक्ति को समझ लेता है, वो व्यक्ति इस जीवन को भी समझ लेता हैं। शब्द से ही इंसान की पहचान हो

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₹ 74/-

शब्द-ए-सफर

शब्द-ए-सफर

Meenakshi Suryavanshi

शब्दों का महत्व तो इंसान के बोलने पर समझ आता हैं, वरना ” स्वागत ” तो पायदान पर भी लिखा होता हैं। शब्द ही दुनिया हैं” जो भी व्यक्ति शब्दों का महिमा और शब्दों की शक्ति को समझ लेता है, वो व्यक्ति इस जीवन को भी समझ लेता हैं। शब्द से ही इंसान की पहचान हो

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