हर वो रह गुज़र जहां से गुजरा था तू कभी निहारती हूं इस उम्मीद में कभी आएगा यहीं दिल में उठते हुए ज्ज़बात का आइना है मेरी किताब!प्यार के हर एक रंगको मैंने अपने शेरों द्वारा आप तक पहुचाने की मैंने भरपूर कोशिश की है ऊपर लिखा हुआ शेर और इस प्रकार के बह
शब्दों का महत्व तो इंसान के बोलने पर समझ आता हैं, वरना ” स्वागत ” तो पायदान पर भी लिखा होता हैं। शब्द ही दुनिया हैं” जो भी व्यक्ति शब्दों का महिमा और शब्दों की शक्ति को समझ लेता है, वो व्यक्ति इस जीवन को भी समझ लेता हैं। शब्द से ही इंसान की पहचान हो
लिखने बैठो तो शब्द अधूरे से पड़ जाते है....🥺
यह इश्क नहीं आसान, एक आग का दरिया है। और डूब कर जाना है।।
यह एक ग़ज़ल संग्रह है जिसमे में काफ़ी छोटी उम्र में मोहब्बत के मोहल्ले से गुजरते हुए शाइर ने कुछ कहने का प्रयास किया है, गजले है 11 - 12 कक्षा में मोहब्बत के आंगन में खिलती हुई नई कलियों की, तिलियो की, भॅंवरो की, जो की अब इस समय संसार में जीवन व्यापन
हमे क्या पता था कि वो सब बेवजह था
प्रस्तुत पुस्तक एक ग़ज़ल संग्रह है जिसमें स्वरचित ग़ज़लें संग्रहित हैं। ग़ज़ल ऐसी विधा है जो वर्तमान में अधिक पसंद की जा रही है जिसके माध्यम से कठिन बातों को भी आसानी से कहा जा सकता है
यह कविता हम सभी के लिए एक अनुभवशाली यात्रा होगी जिससे हम एक दूसरे के साथ और भी क़रीब हो जाएंगे। आप सभी से अनुरोध है कि इसे सुनें, अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और इस ख़ूबसूरत सफलता का हिस्सा बनें।
मुहब्बतों का ये मंजर भी गुज़रना चहिये था मेरी आँखों से समंदर भी उतरना चाहिये था मेरी खामोशी को मेरी हार मत समझे ये दुनिया मेरी गर्दिश के सितारे को उभरना चाहिये था जिस गली से वो थे गुज़रे फूल मुरझा ही गये उनको अपना दुपट्टा सर से ढकना चाहिए था
जिंदगी के कलम से...🥀
यहां मेरी द्वारा लिखी गई ग़ज़ल और कविताएं पढ़ी जा सकती हैं
मन में आने वाले विचारों को कलमबद्ध किया है,आप पढ़ें और महसूस करें।।
अनुभव के मोती। इस पुस्तक में जीवन मूल्य का अहसास कराती कविता,गजल व मुशायरों का संग्रह है।कैसे हम उस रास्ते को भटक गए है जो रास्ता उस प्रकाश की ओर जाता है जो सदा प्रकाशमान है। जो सदा शाश्वत है।
हाथो मे थाम्हे है ,तिरंगा झंडा हम दुश्मनो हमे बताओ न ,झुकेगे न हम रास्ता दिखने बालो मंजील न बता खुद पथिक बन गाऊ जमाने की रौनक से क्या भरोसा तेरा है मिले हो दुश्मनो से अपना बनाने का कभी क्रोशिश तु न कर मै परिंदा हुँ ,ऐसी गलत पाव न पसार गर्
हम इंसान उनकी मूरत है कभी उसके रचना पर शक करते हैं तो कभी विश्वास नही कर पाते। जो भी करने वाला है उनके करामतो से होगा। आदमी किसी अनुभव से गुजर कर ही हीरा हो पाता है ऐसे ही जीवन के हर दिशाओं की रंगत मेरी रचनाओं में आपको मिलेगी।
सीधे और सरल शब्दों में अपने मन के एहसास लिखती हूं, मन के जज्बातों को हकीकत में उतारती हूं, सच कहे तो "मेरी कलम से" अपने मन की बातें कोरे पन्ने पर लिखती हूं।
इस पुस्तक में प्यार भरी रचनाओं से आप रू-ब-रू होंगें, प्यार भरे एहसास, प्यार भरी तकरार, इसमें हर रंग आपको मिलेगा।