मुंबई एक ऐसा शहर है जो सभी को अपने आगोश में समेट लेता है लेकिन ज़ब आप मुंबई के होना चाहते है तो आपको अपनी पहचान छोड़नी पड़ती है तभी आप मुंबई के हो सकते है. ये एक सचित्र पुस्तक है.
"कैलिडोस्कोप ऑफ लाइफ" की मनोरम दुनिया में आपका स्वागत है, जहां अस्तित्व के जीवंत रंग मिश्रित होते हैं और एक मंत्रमुग्ध कर देने वाली टेपेस्ट्री बनाने के लिए एकत्रित होते हैं। इस साहित्यिक यात्रा में, हम आपको मानवीय अनुभव, भावनाओं और रिश्तों के ज
नेपाल विदेश यात्रा (26 मई 2022 से 3 जून 2022) विदेश भ्रमण की मेरी दिली तमन्ना बहुत पहले से ही थी। हालांकि गत वर्ष 2021 की दिसम्बर के अंतिम सप्ताह में मुझे मालदीव जाने का मौका मिला था किंतु पासपोर्ट नहीं बन पाने के कारण इस विदेश या
हिमाच्छादित पहाड़ की छटा, उनमें उमड़ते-घुमड़ते मखमली बादल, दूर तक कल-कल करते झरनों-सरिताओं के स्वर, देखने-सुनने में जितने मनमोहक होते हैं, वहाँ का जीवन उतना ही कठिन होता है। कभी भूस्खलन तो कभी बादल फटने जैसी घटनाएँ आमतौर पर देखी जाती हैं। सुख-सुविधाओ
ओडिशा ट्रेन दुर्घटना एक बेहद दुःखद है और गलती तो होती हैं बस हम सभी जानतें हैं परन्तु हमारी जरा सी असावधानी से एक जिंदगी के जाने से परिवार का हाल बेहाल हो जाता है बस इस दुर्घटना से मन बेहद दुखी हैं फिर भी हम ईश्वर से प्रार्थना करतें हैं ईश्वर सभी के
यहां सिर्फ एक पुस्तक नहीं पुरस्कार है ,इन सभी व्यक्तियों के नाम जिन्होंने अपनी जिंदगी में आटोमोबाइल की दुनियां में महान योगदान दिया उन सभी महान व्यक्तियों को कोटि कोटि नमन
◆●【इश्क़ और इत्तफ़ाक!】●◆ "इश्क़ और इत्तफ़ाक!" इश्क़ में इत्तफ़ाक की भूमिका बेहद अहम् होती है। इश्क़ में इत्तफ़ाक वही किरदार निभाता है, जो कुछ अब्द से ख़ाली पड़े मकान में एक किरायदार निभाता है। ये इत्तफ़ाक किसी मकान के किरायदार की तरह होता तो क
एक संवाद लगातार बना रहता है अकेली यात्राओं में। मैंने हमेशा उन संवादों के पहले का या बाद का लिखा था... आज तक। ठीक उन संवादों को दर्ज करना हमेशा रह जाता था। इस बार जब यूरोप की लंबी यात्रा पर था तो सोचा, वो सारा कुछ दर्ज करूँगा जो असल में एक यात्री अपन
एक दुनिया जो हमारे इर्द-गिर्द होती है, जहाँ हम रहते हैं, हमारे कम्फ़र्ट ज़ोन की दुनिया और एक दुनिया उससे कहीं दूर- हमारे सपनों की दुनिया। लेकिन उस दूसरी दुनिया तक पहुँचना इतना आसान नहीं होता।वहाँ पहुँचने के लिए कुछ सीमाएँ लाँघनी पड़ती हैं,पार करने होते
यह यूरोप यात्रा की आत्मकथा है। जिसे पूरी ईमानदारी के साथ कागज के पन्नों पर उतारा गया है। चारों तरफ बिखरी हुई सुंदरता को इस पुस्तक में समेटा गया है। मुझे पूरी उम्मीद है ये सुंदरता आपके हृदय को छूकर एक अलग अनुभूति प्रदान करेगी। आप अवश्य ही इस पुस्तक के
अजय सोडानी की किताब 'दरकते हिमालय पर दर-ब-दर’ इस अर्थ में अनूठी है कि यह दुर्गम हिमालय का सिर्फ़ एक यात्रा-वृत्तान्त भर नहीं है, बल्कि यह जीवन-मृत्यु के बड़े सवालों से जूझते हुए वाचिक और पौराणिक इतिहास की भी एक यात्रा है। इस पुस्तक को पढ़ते हुए बार-बार
विश्वधरोहर विश्वधरोहर यूं ही नहीं कहलाता कोई खजुराहो । जो स्थल है महत्वपूर्ण धरा का यूं ही नहीं महत्वपूर्ण कहलाता है । जब आप व्यतीत करेंगे कोई एक सांझ धरा के इस भूभाग में । स्वच्छंद स्वतंत्र निर्विकार आप प्रत्यक्ष अनुभव कर सकेंगे अनुभूतियां
उर्मिलेश उन थोड़े से पत्रकारों में है, जिन्होंने हिन्दी पत्रकारिता का सम्मान इस कठिन और चुनौतीपूर्ण समय में बचाकर रखा है। वह पत्रकार होने के साथ निःसंदेह एक अच्छे गद्यकार- संस्मरणकार भी हैं। यह पुस्तक खोजी-पत्रकारिता का एक अलग तरह का उदाहरण है। उर्मिल
ग्रामीण प्रेम कथा , कवीता मराठी वाचका साठी प्रेम कथा कवीता