एक ऐसी लड़की की कहानी जो मर के भी मर ना सकी और अपने प्यार के लिए सब कुछ कुर्बान कर गयी । आईए आप भी पढ़ें कनक की कहानी कनक की जुबानी
यह कहानी के पात्र और स्थान सभी काल्पनिक है और इस कहानी में हम इस कहानी के नायक के डायरेक्टर बनने तक का सफर तथा उसके प्रेमी अथवा इस कहानी की नायिका का प्रेम में खुद को समर्पित कर देने का सफ़र दिखाया गया है।
आज देवराज सिंह के एकलौती बेटी अमृता का जन्मदिन है जिसकी तैयारी पुरे जोरो शोरो से हो रहा था। तभी एक नौजवान आदमी अमृता को फुलों का गुलदस्ता देते हुए कहता है "हैप्पी बर्थडे टू माइ प्रिंसेस" "अमीत तुम! लन्दन से कब आए " अमीत को देखकर अमृता के चेहरे पर ख
कामिनी भाग 1 कामिनी एक अजीब दास्तां कुछ पाने के लिए कुछ करना पड़ता है और सब कुछ पाने के लिए सब कुछ करना पड़ता है पर मैं आज आपको एक ऐसे गांव में ले चलता हूं जहां सब कुछ पाने के लिए केवल 20 साल का होना पड़ता है। लाल टेकरा नाम के इस गांव में जो यु
एक छोटे से गांव में एक बड़ा और पुराना बंगला खाली पड़ा था। यह बंगला अपनी भयानक रहस्यमयी कहानियों के लिए प्रसिद्ध था। लोग इसे "भयानक बंगला" के नाम से जानते थे। वहां कई साल से कोई भी इंसान नहीं रहा था, क्योंकि इसे भूतों और प्रेतों की वासस्थली माना जाता
डर का भी अपना ही रोमांच होता है। तभी तो लोग डरते भी हैं लेकिन फिर भी ऐसी जगह के आकर्शण से खुद को रोक नहीं पाते। ऐसी ही कुछ कहानियो का रोमांच जो आपको सोचने को मजबूर कर देगा.
हाइवे पर एक फार्चून गाड़ी फुल स्पीड में चल रहा था उसमे बैठे पति पत्नी बहुत एक्साइटेड थे क्योंकि आज उनकी फस्ट एनिवर्सरी जो था। सोहन और गीता अपने एनिवर्सरी मनाने के लिए गीता के मायके जा रहे थे, गीता के परिवार के बहुत आग्रह करने पर सोहन ना नहीं कर सका,
जोधपुर के पुरवा गांव में एक पुराना महल है जिसे उजड़े करीब पचास साल से ऊपर हो गए थे , उस महल की राजकुमारी ने ही अपने प्रेमी के चक्कर में पूरे परिवार को विष देकर मार दिया था , और बाद में उसका प्रेमी इस बात से घबराकर की जो अपने परिवार को मार सकती है तो
उस थंडी हवा के शहर मे छुट्टियां मनाने वो दोनों आते है। जंगल के पास वाली पुरानी हवेली में वो रुकते है.., आखिर पहली बार यही तो वो दोनों मिले थे। कुछ दिन अच्छे बितने के बाद जंगल के उस सुनसान अंधियारी जगह से लड़की को कुछ अजीब सी आवाजे सुनाई देती है, पर
कुछ लड़के रात मस्ती में अपनी गाड़ी से घूमने निकले थे ,उन्हे रास्ते में एक खूबसूरत लड़की लिफ्ट मांगती है ,उसके बाद क्या हुए पढ़ कर देखें,
यह उपन्यास मुख्यतः जादू टोना और तंत्र क्रिया पर आधारित है। दुश्मनी के कारण एक नाबालिग को किस तरह जादू टोना सिखाकर पूरे समाज को तंग किया जाता है यह आपको इस उपन्यास में पढने को मिलेगा। उपन्यास में कुल पन्द्रह अध्याय हैं।जिसमें निजी दुश्मनी
"हां मेरी प्यारी मम्मी आ रहा हूं यार आप इतना जोर देकर बार-बार क्यों बोल रहे हो" मनोज ने अपनी मम्मी से कहा। "बार-बार इसलिए बोलना पड़ रहा है क्योंकि तुम पिछले 2 साल से घर नहीं आए हो, बस आऊंगा आऊंगा बोल रहे हो" मम्मी भावुक होते हुए बोली "घर में इतना बड
ये कहानी है एक ऐसी चुड़ेल की जो बला की खूबसूरत दिखाई देती थी उसकी आँखे काली काली जिसको देख कर लोग उसकी आँखों में डूब जाया करते थे ,सुंदरता ऐसी थी की जो उसे देखकता था ,उसके हुस्न का कायल हो जाता दीवाना हो जाता उसपर मर मिटने को उतारू हो जाया करता था, अ
यह एक खतरनाक शैतान की कहानी है जिसे इंसानी खून पीने कि आदत है ,
सुनसान राह मौत का मंजर, अक्सर ऐसा होता है अंध विश्वास के चलते लोग हमेशा अपनी बुद्धि पर पत्थर रखकर आँखें मुंन्द कर उसपर भरोसा कर अपनी राह से भटक जातें है, ऐसा ही कुछ इस रचना में हुआ है, राहुल के साथ!
इस दुनिया मे बहुत कुछ ऐसा भी होता है जो मानव कि समझ से परे होता है ये कहानी पहाड़ो मे बसे हुए एक टाउन कि है जिसे हिल हाउस टाउन कहते थे हिल हाउस टाउन का नाम वहां पर बने हुए एक हिल हाउस के नाम से ही पड़ा था जो पता नहीं कितने रहस्य अपने अंदर समेटे हुए था.
पहाड़ी आदिवासी कबीले की एक प्रथा सिल्वटी के कारण काबिले की महिलाओं पर हो रहे अन्याय और शारीरिक शोषण के खिलाफ एक नाबालिग विवाहिता ने आवाज उठाई तो कबीले के मुखिया ने उसे उसके परिवार सहित दफना दिया। देवांशी की आत्मा को शांति नही मिली और वो भूतनी बनकर आ ग
देवेश की पत्नी अपनें दोनों बच्चों को स्कूल में छोड़नें जाती है, वह सात माह की गर्भवती थी,रास्ते में अक्समात एक प्रेत उस पर अटैक करदेता है,वह ठोकर खाकर गिर जाती है,बच्चों को वह दर्द सहन करती किसी तरह स्कूल में छोडाती है,पर घर आते आते वह भयंकर पीड़ा से