मेरी पुस्तक का नाम बशीरा है। मैने अपनी इस पुस्तक में बशीरा नाम के एक व्यक्ति के बारे में लिखा है। बशीरे के जरिए मैंने यह समझाने की कोशिश की है,कि जो लोग खुद को बदकिस्मत समझते हैं ,और भगवान को कोसते हैं कि हमें हीं भगवान ने इतने दुख दिए । उनको यह समझ
मैने अपनी पुस्तक, सफलता की ओर, में एक विधवा औरत की कहानी लिखी है। जिसका नाम सुरजीत है। सुरजीत ने अपनी बेटी को पढ़ा लिखा कर । अपनी बेटी को अपने पैरों पर खड़ा किया। सुरजीत से बहुत लोगों ने कहा कि मिनी को पढ़ाने लिखाने का तुम्हें क्या फायदा। इसने तो अपन
आम लोगों की जिंदगी की तरह तरह के रंग बिखेरती हुयी कहानियाँ जो कभी आपको हँसाएगी , कभी आपकी आँखें नम कर देंगी और कभी सोचने पर मजबूर कर देंगी। भावनाओं की कशमकश , विचारों की उथल पुथल में झूलते पात्रों से मिल कर लगेगा कि उसे आपने जरूर कभी न कभी अपने आस
इतना लम्बा जीवन हम जीते हैं,उसमे सुख है,दुःख है, मस्ती है,मिलना है,बिछुड़ना है,जीवन की पटरी उतार- चढ़ाव से भरी है,जीवन के इस सफ़र में लोग मिलते हैं,बिछुड़ते हैं, उस जीवन के छोटे छोटे हिस्सों को लेकर बनती है एक कहानी वो कहानी जो आपके और हमारे जीवन से
इस कहानी में एक व्यक्ति अपनी पत्नी और उसके दोस्त को दो परस्पर ऐसे अपरिचित व्यक्तियों की कहानी सुनाता है जो संयोगवश मिलते हैं और एक प्रेम त्रिकोण की शुरूआत होती है। इस प्रेम कहानी में पात्रों के माध्यम से प्रेम के विभिन्न रूपों के साथ-साथ प्रकृति एवं
यह एक बहुत मनोरंजन और दिलचस्प कहानी है भगवान शैतान और इंसान के बीच हुए एक सौदे के।
अभागा, निशानी, हाथ का बुना स्वेटर, लूट का माल एवं नील पदम् लिखित अन्य कहानियाँ
मैने अपनी इस पुस्तक में हमारी जिन्दगी के कई मोड़ो पर कविताएं लिखने की कोशिश की है।
"सौ रोमांचक कहानियाँ" एक सौ रोमांचक कहानियों का एक संग्रह है जो पाठकों को विभिन्न प्रकार की शैलियों और विषयों के माध्यम से एक रोमांचक यात्रा पर ले जाएगी। दिल को छू लेने वाले रहस्य से लेकर दिल को छू लेने वाले रोमांस तक, इन कहानियों को मोहित करने और मन
एक स्वप्न कथा के पूर्ण संकलन।
गजानन माधव मुक्तिबोध की प्रतिनिधि कविताएँ।
राजा व रानी की कहानी
गजानन माधव मुक्तिबोध की प्रचलित महाकाव्य अंधेरे में का संकलन
ये किताब की कहानी किसके अपबिती है, कहानी के पत्र और जगह काल्पनिक हो सकता है। अगर किसके साथ इस कहानी का समानता होती है तो इसे एक सहोयोग हो सकता है। धन्यवाद।
मुक्तिबोध की लंबी कविता 'एक अंतर्कथा' का संकलन।
बेशक वो लोग जो कहते हैं कि हमारा रब अल्लाह हैऔर उस पर क़ायम रहें,तो फ़रिश्ते कहते हैं कि न डरो,न ग़म करो और ख़ुश रहो उस जन्नत पर जिसका तुमसे वादा किया जा रहा है। सय्यदना अबु हुरैरा रज़ी० से रिवायत है कि हुज़ूर नबी ए करीम सल्लाहो अलैहि वसल्लम न
मुक्तिबोध की लंबी कविता 'कहने दो उन्हें जो यह कहते हैं' का संकलन।
मैने बीतिया वेला नाम की किताब लिखी है, जिसमें मैंने बीते समय के दृश्यों को बियान करने की कोशिश की है। जिसमे मैंने हमारे बीते समय में हमारे बजुर्गों की कुछ ऐसी झलकियों को पेश करने की कोशिश की है जिसकी आज के समय में अहमियत कम होती जा रही है। मेरा इस कि
पाश की जीवन के प्रति चेतना तथा उनकी कविताओं का संग्रह पाठकों को इस किताब के माध्यम से मिलेगा।
इस पुस्तक में मेरी विभिन्न कहानियाँ है। यह मेरे जीवन की पहली पुस्तक है। मैं चाहती हूँ कि इसे अधिक से अधिक पाठकगण पढ़े और इसकी सराहना करे। चूँकि मैं लेखन कला में नयी हूँ अतः मेरी भूलों को क्षमा करे और मुझे अधिक से अधिक रचना आपके सामने प्रस्तुत करने के