इस किताब में जीवन के विभिन्न विषयों को बहुत खूबसूरती से शब्दों की डोर में पिरो कर खूबसूरत कविताओं का रूप दिया गया है।
इस किताब में जीवन के विभिन्न विषयों को बहुत खूबसूरती से शब्दों की डोर में पिरो कर खूबसूरत कविताओं का रूप दिया गया है।
इस पुस्तक में आप शब्द.इन द्वारा आयोजित सभी पुस्तक लेखन प्रतियोगिताओ और मासिक बेस्ट सेलर प्रतियोगिताओं के परिणाम देख सकेंगे |
इस पुस्तक में आप शब्द.इन द्वारा आयोजित सभी पुस्तक लेखन प्रतियोगिताओ और मासिक बेस्ट सेलर प्रतियोगिताओं के परिणाम देख सकेंगे |
यह किताब एक हिदीं कविताओं का संग्रह होगी जिसमें आप को हर तरह की भावनाओं पर आधारीत कविता मिलेगी , जिसे पढकर आप खुद को मेरी कविताओं से रिलेट कर पायेगें, आशा है मेरा लिखा आपको पसंद आयेगा!
यह किताब एक हिदीं कविताओं का संग्रह होगी जिसमें आप को हर तरह की भावनाओं पर आधारीत कविता मिलेगी , जिसे पढकर आप खुद को मेरी कविताओं से रिलेट कर पायेगें, आशा है मेरा लिखा आपको पसंद आयेगा!
भावनाओं के कई रंग होते हैं और सभी रंगों का अपना एक अलग ही मजा होता है। जब से जिंदगी को समझा है, जिंदगी को सिर्फ अपने दिल की सुनकर, भावनाओं से परिपूर्ण जीया है। यह पुस्तक इंसान के इंद्रधनुषी भावनाओं के उन रंगों को सहेजने का एक प्रयास है, जिसका अनुभव ज
भावनाओं के कई रंग होते हैं और सभी रंगों का अपना एक अलग ही मजा होता है। जब से जिंदगी को समझा है, जिंदगी को सिर्फ अपने दिल की सुनकर, भावनाओं से परिपूर्ण जीया है। यह पुस्तक इंसान के इंद्रधनुषी भावनाओं के उन रंगों को सहेजने का एक प्रयास है, जिसका अनुभव ज
(अरुण गाँधी के उपनाम से राजनीति, पत्रकारिता एवं वरिष्ठ मित्रों में १९८० से १९९० के दशक में प्रचलित एक नाम) १८ वर्ष की उम्र में पत्रकारिता आरम्भ, प्रदेश-स्तरीय राजकीय मान्यताप्राप्त पत्रकार, भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों के लिए राष्ट्र-स्तरीय नि
(अरुण गाँधी के उपनाम से राजनीति, पत्रकारिता एवं वरिष्ठ मित्रों में १९८० से १९९० के दशक में प्रचलित एक नाम) १८ वर्ष की उम्र में पत्रकारिता आरम्भ, प्रदेश-स्तरीय राजकीय मान्यताप्राप्त पत्रकार, भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों के लिए राष्ट्र-स्तरीय नि
भक्त और भगवान कान्हा..... रहमत तेरी अगर लिखने लग जाऊँ,,,, तो लग जाएं साल हज़ार,,,, मेरी कलम छोटी है "कान्हा" तेरी महिमा अपरम्पार। हम सेवक हैं तेरे दर के तू दाता सबका पालनहार राधे कृष्णा
भक्त और भगवान कान्हा..... रहमत तेरी अगर लिखने लग जाऊँ,,,, तो लग जाएं साल हज़ार,,,, मेरी कलम छोटी है "कान्हा" तेरी महिमा अपरम्पार। हम सेवक हैं तेरे दर के तू दाता सबका पालनहार राधे कृष्णा
बाबा साहेब अम्बेडकर ने कहा था कि एक कलम एक हज़ार तलवारों से भी अधिक शक्तिशाली होती है । कलम की ताकत का अंदाजा लगाना हर किसी के वश की बात नहीं होती ।ये सिर्फ समझदार और विद्वानों के वश की बात है । संसार की कई बुराईयों पर कटाक्ष करते हुए प्रस्तुत है मेरी
बाबा साहेब अम्बेडकर ने कहा था कि एक कलम एक हज़ार तलवारों से भी अधिक शक्तिशाली होती है । कलम की ताकत का अंदाजा लगाना हर किसी के वश की बात नहीं होती ।ये सिर्फ समझदार और विद्वानों के वश की बात है । संसार की कई बुराईयों पर कटाक्ष करते हुए प्रस्तुत है मेरी
इस किताब में ग्वालियर की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक तथा सामाजिक तथ्यों को हमने कविताओं के रूप में व्यक्त करने का प्रयास किया है।ग्वालियर जिसे संगीत नगरी का दर्जा भी प्राप्त है।ग्वालियर की फ़िजा में संगीत घुला बसा हुआ है।यहाँ का स्थापत्य बेजोड़ है।ग्वालियर का
इस किताब में ग्वालियर की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक तथा सामाजिक तथ्यों को हमने कविताओं के रूप में व्यक्त करने का प्रयास किया है।ग्वालियर जिसे संगीत नगरी का दर्जा भी प्राप्त है।ग्वालियर की फ़िजा में संगीत घुला बसा हुआ है।यहाँ का स्थापत्य बेजोड़ है।ग्वालियर का
मानव मन हमेशा नई-नई चीजें जानने के लिए उत्सुक रहता है । और यही उत्सुकता नई चीज़ों की खोज के लिए उत्तरदायी है । मेरे मन में अक्सर ऐसे कई सवाल आते हैं जिनका जवाब मेरे पास नहीं होता है लेकिन इस मंच पर तो बहुत सारे विद्वान लोग हैं जो चाहे तो मेरे प्रश्नों
मानव मन हमेशा नई-नई चीजें जानने के लिए उत्सुक रहता है । और यही उत्सुकता नई चीज़ों की खोज के लिए उत्तरदायी है । मेरे मन में अक्सर ऐसे कई सवाल आते हैं जिनका जवाब मेरे पास नहीं होता है लेकिन इस मंच पर तो बहुत सारे विद्वान लोग हैं जो चाहे तो मेरे प्रश्नों
रामधारी सिंह दिनकर साहित्य के वह सशक्त हस्ताक्षर हैं जिनकी कलम में दिनकर यानी सूर्य के समान चमक थी। उनकी कविताएं सिर्फ़ उनके समय का सूरज नहीं हैं बल्कि उसकी रौशनी से पीढ़ियां प्रकाशमान होती हैं। पढ़ें उनकी लिखी कविताओं में से चुनिंदा 5 प्रसिद्ध कविता
रामधारी सिंह दिनकर साहित्य के वह सशक्त हस्ताक्षर हैं जिनकी कलम में दिनकर यानी सूर्य के समान चमक थी। उनकी कविताएं सिर्फ़ उनके समय का सूरज नहीं हैं बल्कि उसकी रौशनी से पीढ़ियां प्रकाशमान होती हैं। पढ़ें उनकी लिखी कविताओं में से चुनिंदा 5 प्रसिद्ध कविता
श्री गणेश जी की कृपा से मैंने इस किताब में अपने कुछ विचार और ईश्वर भक्ति, देश भक्ति, ईमानदारी जज्बात और उसूल, मोहब्बत, दायित्व आदि पर रचनाएं लिखी हैं...
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