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इतिहास की किताबें

ऐतिहासिक घटनाओं से प्रेरित सर्वश्रेष्ठ पुस्तकों के संग्रह को पढ़िए Shabd.in पर। हमारे इस संग्रह में विभिन्न कालखण्डों के उन पन्नों के किरदारों से पहचान होगी जो अब तक पाठकों के नजरों से अनछुए रहे और उन्हें अपने इतिहास का सम्मान न मिला। इसके अलावा अखंड भारत की आखिरी पहुंच के साथ-साथ भारत को खंडित करने वाले षड्यंत्रों की पहचान भी होगी। हम जानेंगे की क्यों सोने की चिड़िया सा चमकने वाला विश्व-गुरु व्यपारिक मार्ग से दरिद्र हुआ..? क्यों पूरे विश्व को अपने शिल्प से लोहा मनवाने वाला अपने ही अवशेष का ढेर हुआ..? तो चलते हैं सवालों की ढेरी में अपने इतिहास से पहचान करने।
हे राम : गाँधी हत्याकांड की प्रामाणिक पड़ताल

हे राम : गाँधी हत्याकांड की प्रामाणिक पड़ताल

प्रखर श्रीवास्तव

गांधी हत्याकांड का सच सिर्फ इतना भर नहीं है कि 30 जनवरी 1948 की एक शाम गोडसे बिड़ला भवन आया और उसने गांधी को तीन गोली मार दीं। दरअसल, गांधी हत्याकांड को संपूर्ण रुप से समझने के लिये इसकी पृष्ठभूमि का तथ्यात्मक अध्ययन अति आवश्यक है। इस पुस्तक में गांध

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हे राम : गाँधी हत्याकांड की प्रामाणिक पड़ताल

हे राम : गाँधी हत्याकांड की प्रामाणिक पड़ताल

प्रखर श्रीवास्तव

गांधी हत्याकांड का सच सिर्फ इतना भर नहीं है कि 30 जनवरी 1948 की एक शाम गोडसे बिड़ला भवन आया और उसने गांधी को तीन गोली मार दीं। दरअसल, गांधी हत्याकांड को संपूर्ण रुप से समझने के लिये इसकी पृष्ठभूमि का तथ्यात्मक अध्ययन अति आवश्यक है। इस पुस्तक में गांध

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सावरकर: काला पानी और उसके बाद

सावरकर: काला पानी और उसके बाद

अशोक कुमार पांडेय

यह किताब एक सावरकर से दूसरे सावरकर की तलाश की एक शोध-सिद्ध कोशिश है। सावरकर की प्रचलित छवियों के बरक्स यह किताब उनके क्रांतिकारी से राजनेता और फिर हिन्दुत्व की राजनीति के वैचारिक प्रतिनिधि तथा पुरोधा बनने तक के वास्तविक विकास क्रम को समझने का प्रयास

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सावरकर: काला पानी और उसके बाद

सावरकर: काला पानी और उसके बाद

अशोक कुमार पांडेय

यह किताब एक सावरकर से दूसरे सावरकर की तलाश की एक शोध-सिद्ध कोशिश है। सावरकर की प्रचलित छवियों के बरक्स यह किताब उनके क्रांतिकारी से राजनेता और फिर हिन्दुत्व की राजनीति के वैचारिक प्रतिनिधि तथा पुरोधा बनने तक के वास्तविक विकास क्रम को समझने का प्रयास

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शिवाजी महाराज

शिवाजी महाराज

Praveen

यह पुस्तक उस अपराजेय योद्धा, कुशल संगठक, नीति-निर्धारक व योजनाकार की गौरवगाथा है जो उनके गुणों को ग्राह्य करने के लिए प्रेरित करेगी। छत्रपति शिवाजी महाराज अप्रतिम थे। उनका पराक्रम, कूटनीति, दूरदृष्टि, साहस व प्रजा के प्रति स्नेहभाव अद्वितीय है

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 उसने गाँधी को क्यों मारा

उसने गाँधी को क्यों मारा

अशोक कुमार पांडेय

यह किताब आज़ादी की लड़ाई में विकसित हुये अहिंसा और हिंसा के दर्शनों के बीच कशमकश की सामाजिक-राजनैतिक वजहों की तलाश करते हुए उन कारणों को सामने लाती है जो गांधी की हत्या के ज़िम्मेदार बने। साथ ही, गांधी हत्या को सही ठहराने वाले आरोपों की तह में जाकर उ

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यह किताब आज़ादी की लड़ाई में विकसित हुये अहिंसा और हिंसा के दर्शनों के बीच कशमकश की सामाजिक-राजनैतिक वजहों की तलाश करते हुए उन कारणों को सामने लाती है जो गांधी की हत्या के ज़िम्मेदार बने। साथ ही, गांधी हत्या को सही ठहराने वाले आरोपों की तह में जाकर उ

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इंदिरा फाइल्स

इंदिरा फाइल्स

विष्णु शर्मा

लेकिन इंदिरा गांधी ही क्यों? आजाद भारत में इंदिरा गांधी वंशवाद का सबसे बड़ा और पहला उदाहरण हैं। वंशवाद का एक ऐसा उत्पाद, जिसको लौह महिला भी कहा जाता है और दूसरी तरफ आपातकाल थोपने के लिए हर साल उनकी तानाशाही को श्रद्धांजलि भी दी जाती है। एक तरफ

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घज्ग

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Kamal Singh

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हिमयुग में प्रेम

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रत्नेश्वर कुमार सिंह

"जिन्दा रहने के संघर्ष के साथ 32000 साल पहले मनुष्य के होंठों ने खाने और बोलने केअलावा होंठ-चुंबन किया। सहवास की अवधारणा के साथ संसार का पहला प्रेम और पहले परिवार की परिकल्पना भी शुरू हुई। संसार के पहले राज्य जंबू की स्थापना हुई और संसार को पहला सम्र

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 अनबीता व्यतीत

अनबीता व्यतीत

कमलेश्वर

देखिए मैं आपकी पत्नी जरूर हूँ लेकिन मैं एक औरत भी हूँ...जिस दुनियां में आप रहते हैं, वह भी सही है और जिस दुनियाँ में मैं रह सकती हूँ वह भी सही है...मेरा शरीर संतृप्त होता रहे और मेरा मन तृप्त होता रहे, यह मुझे आप के साथ बहुत दूर तक नहीं ले जा सकता...

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कमलेश्वर

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टेस्ट

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अमितेश मिश्र

ओके

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शहीद दिवस

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Neeraj Agarwal

शहीद दिवस के साथ आज हम उनके बलिदान से प्रेरणा ले आओ हम सब मिलकर मानवता के साथ दायित्व का अनुसरण करे

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वर्धनोरा राज्य का इतिहास

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वर्धनोरा राज्य का इतिहास

इतिहास लेखक डॉ. मगनसिंह चौहान रावजी का तालाब, कूकड़ा।

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चंद्रगुप्त की जुबानी , भगवान श्रीकृष्ण की कहानी

चंद्रगुप्त की जुबानी , भगवान श्रीकृष्ण की कहानी

अजय अमिताभ सुमन

जिस प्रकार भारतीय धर्मग्रंथों को ऐतिहासिक रूप से प्रमाणिक नहीं माना जाता रहा है ठीक उसी प्रकार इन धर्मग्रंथों में दिखाए गए महान व्यक्तित्व भी। इसका कुल कारण ये है कि इन धर्मग्रंथों को कभी भी पश्चिमी इतिहासकारों के तर्ज पर समय के सापेक्ष तथ्यात्मक र

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अजय अमिताभ सुमन

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महाराणा प्रताप का शौर्य - वीरता+शौर्य+त्याग+पराक्रम+दृढ़प्रण

महाराणा प्रताप का शौर्य - वीरता+शौर्य+त्याग+पराक्रम+दृढ़प्रण

दिनेश कुमार कीर

महाराणा प्रताप सिंह सिसोदिया उदयपुर, मेवाड़ में सिसोदिया राजवंश के राजा थे। उनका नाम इतिहास में वीरता, शौर्य, त्याग, पराक्रम और दृढ प्रण के लिये अमर है। उन्होंने मुगल बादशहा अकबर की अधीनता स्वीकार नहीं की और कई सालों तक संघर्ष किया।

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दिनेश कुमार कीर

महाराणा प्रताप सिंह सिसोदिया उदयपुर, मेवाड़ में सिसोदिया राजवंश के राजा थे। उनका नाम इतिहास में वीरता, शौर्य, त्याग, पराक्रम और दृढ प्रण के लिये अमर है। उन्होंने मुगल बादशहा अकबर की अधीनता स्वीकार नहीं की और कई सालों तक संघर्ष किया।

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कितने पाकिस्तान

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कमलेश्वर

कितने पाकिस्तान हिन्दी के विख्यात साहित्यकार कमलेश्वर द्वारा रचित एक उपन्यास है जिसके लिये उन्हें सन् 2003 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह उपन्यास भारत-पाकिस्तान के बँटवारे और हिंदू-मुस्लिम संबंधों पर आधारित है। यह उनके मन के भीत

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कितने पाकिस्तान हिन्दी के विख्यात साहित्यकार कमलेश्वर द्वारा रचित एक उपन्यास है जिसके लिये उन्हें सन् 2003 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह उपन्यास भारत-पाकिस्तान के बँटवारे और हिंदू-मुस्लिम संबंधों पर आधारित है। यह उनके मन के भीत

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सुर्ख़ियों में राना लिधौरी

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Rajeev Namdeo Rana lidhorI

राना लिधौरी’ लिखेंगे टीकमगढ़ जिले का साहित्यिक इतिहास:- टीकमगढ़//साहित्य अकादमी मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद्,मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग,भोपाल द्वारा टीकमगढ़ जिले का साहित्यिक गजेटियर (जिले का साहित्य इतिहास) तैयार करने के लिए साहित्य अकादमी के निदे

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देवांगना

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आचार्य चतुरसेन शास्त्री

वैशाली की नगरवधू, वयं रक्षामः और सोमनाथ जैसे सुप्रसिद्ध उपन्यासों के लेखक आचार्य चतुरसेन के इस उपन्यास की पृष्ठभूमि बारहवीं ईस्वी सदी का बिहार है जब बौद्ध धर्म कुरीतियों के कारण पतन की ओर तेज़ी से बढ़ रहा था। कहानी है बौद्ध भिक्षु दिवोदास की, जो धर्म

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आचार्य चतुरसेन शास्त्री

वैशाली की नगरवधू, वयं रक्षामः और सोमनाथ जैसे सुप्रसिद्ध उपन्यासों के लेखक आचार्य चतुरसेन के इस उपन्यास की पृष्ठभूमि बारहवीं ईस्वी सदी का बिहार है जब बौद्ध धर्म कुरीतियों के कारण पतन की ओर तेज़ी से बढ़ रहा था। कहानी है बौद्ध भिक्षु दिवोदास की, जो धर्म

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रूसी लोक कथाएं

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Papiya

एक अलग ही दुनिया में ले जाने वाली कहानियों का संग्रह है

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आजादी के गुमनाम नायक

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दिनेश कुमार कीर

क्रांति, संघर्ष

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राय साहब

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Satyendra Kumar Rai

16-17 जून2013 अमरनाथ

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Shaharnama Faizabad

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Yatindra Mishra

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