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हास्य व्यंग्य की किताबें

हास्य व्यंग्य की सर्वश्रेष्ठ पुस्तकों को पढ़िए Shabd.in पर। हमारे इस संग्रह में पाठकों के लिए हंसी का अनोखा संग्रह है। नए-पुराने मनोरंजक कहानियों के अलावा चुटकुलों का भी ऐसा भंडार है की पाठकों के मन को गुदगुदा दे। यहां विभिन्न विषय, जैसे की__ सामाजिक, राजनीतिक, देश-विदेश जैसे कई मुद्दों पर व्यंग्यात्मक कटाक्ष का भरमार है। तो चलिए सारी परेशानियों को विदा देते हुए मन को हल्का करने के लिए हास्य व्यंग्य के इस बेजोड़ संग्रह पर।
अंधेर नगरी चौपट राजा

अंधेर नगरी चौपट राजा

भारतेन्दु हरिश्चंद्र

अँधेर नगरी प्रसिद्ध हिंदी साहित्यकार भारतेंदु हरिश्चंद्र का सर्वाधिक लोकप्रिय नाटक है। ६अंकों के इस नाटक में विवेकहीन और निरंकुश शासन व्यवस्था पर करारा व्यंग्य करते हुए उसे अपने ही कर्मों द्वारा नष्ट होते दिखाया गया है। 'अंधेर नगरी चौपट राजा, टके सेर

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अंधेर नगरी चौपट राजा

अंधेर नगरी चौपट राजा

भारतेन्दु हरिश्चंद्र

अँधेर नगरी प्रसिद्ध हिंदी साहित्यकार भारतेंदु हरिश्चंद्र का सर्वाधिक लोकप्रिय नाटक है। ६अंकों के इस नाटक में विवेकहीन और निरंकुश शासन व्यवस्था पर करारा व्यंग्य करते हुए उसे अपने ही कर्मों द्वारा नष्ट होते दिखाया गया है। 'अंधेर नगरी चौपट राजा, टके सेर

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टेडे खंभे

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अमित मोहन

व्यंग्य संग्रह

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टेडे खंभे

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अमित मोहन

व्यंग्य संग्रह

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इस कदर हमें तुमसे प्यार हो गया (नफरत बदला बेहद 💗प्यार में ... )

इस कदर हमें तुमसे प्यार हो गया (नफरत बदला बेहद 💗प्यार में ... )

रिया सिंह सिकरवार " अनामिका "

          यह कहानी एक गांव की लड़की की है ,जो बहुत ही चंचल स्वभाव की है  उसके पैर घर में बिल्कुल भी नहीं टिकते हैं । शहर क्या होता है यह मानवी नहीं जाती है ।      बच्चों में बच्ची बन जाती है ,तो कभी बड़ों में दादी मां की तरह बात करने लग जाती है ।  व

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इस कदर हमें तुमसे प्यार हो गया (नफरत बदला बेहद 💗प्यार में ... )

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रिया सिंह सिकरवार " अनामिका "

          यह कहानी एक गांव की लड़की की है ,जो बहुत ही चंचल स्वभाव की है  उसके पैर घर में बिल्कुल भी नहीं टिकते हैं । शहर क्या होता है यह मानवी नहीं जाती है ।      बच्चों में बच्ची बन जाती है ,तो कभी बड़ों में दादी मां की तरह बात करने लग जाती है ।  व

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कुछ तो छिपा रहे हो...😀

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नीतू टिटाण

कुछ चीजें अनुभव से भी परे होती हैं। कभी-कभी अनुभव की ये पोटली गलत भी साबित हो जाती है। जिन चीजों का अनुभव भी नहीं उन्हीं यादों के अधूरे पन्नो को कविताओं के रूप में लाने का एक प्रयास !

11 पाठक
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₹ 6/-

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नीतू टिटाण

कुछ चीजें अनुभव से भी परे होती हैं। कभी-कभी अनुभव की ये पोटली गलत भी साबित हो जाती है। जिन चीजों का अनुभव भी नहीं उन्हीं यादों के अधूरे पन्नो को कविताओं के रूप में लाने का एक प्रयास !

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भैंस की दुख भरी कहानी

भैंस की दुख भरी कहानी

Vivek Dwivedi

भैंस की दुख भरी कहानी हास्य व्यंग

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भैंस की दुख भरी कहानी

भैंस की दुख भरी कहानी

Vivek Dwivedi

भैंस की दुख भरी कहानी हास्य व्यंग

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बातें कम स्कैम (Scam) ज्यादा

बातें कम स्कैम (Scam) ज्यादा

नीरज बधवार

लोगो के पूर्व में दिए हुए प्यार, स्नेह और ऊर्जा को आधार बनाकर एक बार फिर कुछ रचनाएँ आपके हवाले कर रहा हूँ। रचनाएँ अच्छी बनी हैं या बुरी, ये तो पाठक ही तय करेंगे, मगर इतना जरूर कह सकता हूँ कि इन्हें लिखने, सुधारने और सँवारने में मैंने अपना सबकुछ झोंक

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बातें कम स्कैम (Scam) ज्यादा

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नीरज बधवार

लोगो के पूर्व में दिए हुए प्यार, स्नेह और ऊर्जा को आधार बनाकर एक बार फिर कुछ रचनाएँ आपके हवाले कर रहा हूँ। रचनाएँ अच्छी बनी हैं या बुरी, ये तो पाठक ही तय करेंगे, मगर इतना जरूर कह सकता हूँ कि इन्हें लिखने, सुधारने और सँवारने में मैंने अपना सबकुछ झोंक

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मौन मुस्कान की मार

मौन मुस्कान की मार

आशुतोष राणा

मैंने और अधिक उत्साह से बोलना शुरू किया, ‘‘भाईसाहब, मैं या मेरे जैसे इस क्षेत्र के पच्चीस-तीस हजार लोग लामचंद से प्रेम करते हैं, उनकी लालबत्ती से नहीं।’’ मेरी बात सुनकर उनके चेहरे पर एक विवशता भरी मुसकराहट आई, वे बहुत धीमे स्वर में बोले, ‘‘प्लेलना (प

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मौन मुस्कान की मार

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आशुतोष राणा

मैंने और अधिक उत्साह से बोलना शुरू किया, ‘‘भाईसाहब, मैं या मेरे जैसे इस क्षेत्र के पच्चीस-तीस हजार लोग लामचंद से प्रेम करते हैं, उनकी लालबत्ती से नहीं।’’ मेरी बात सुनकर उनके चेहरे पर एक विवशता भरी मुसकराहट आई, वे बहुत धीमे स्वर में बोले, ‘‘प्लेलना (प

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हँस के दिखाई जरा 🤣

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Neha Bharti

Namskar ये रचनायें एक कल्पनिक दृष्टिकोण से लिखी गई। किसी प्रकार से किसी को ठेस नहीं पहुंचना चाहती हैं। बस लोगो के मनोरंजन के लिए लिखी गई। हमे उम्मीद हैं दर्शक इस किताब को पढ़ जरूर लुफ्त उठायेगे।

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हंसगुल्ले

हंसगुल्ले

Dinesh Dubey

छोटे हास्य व्यंग

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'असमंजस में पड़ा है दिल '

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Nandkishor Bhardwaj

कुछ बेहतरीन कविताओं का संग्रह

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'असमंजस में पड़ा है दिल '

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Nandkishor Bhardwaj

कुछ बेहतरीन कविताओं का संग्रह

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हँसी मोहल्ला

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Mamta

हास्य कहानियाँ

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हँसी मोहल्ला

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Mamta

हास्य कहानियाँ

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गुलदस्ता

गुलदस्ता

Hari Shanker Goyal

राजनैतिक, सामाजिक, पारिवारिक और अन्यविषयों से संबंधित हास्य व्यंग्य की रचनाओं का एक संकलन ।

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आओ चमचागिरी सीखें

आओ चमचागिरी सीखें

Deepak bundela arymoulik

देश के सभी ऐसे हुनरमंदो तहे दिल से प्रणाम जो इस गुर में माहिर है.. वे सभी डिग्रीधारी हुनर मंद लोग जो इनके आगे पीछे भी घूमने से कतराते है आदमी जितना हिंसक और जहरीले जानवर से नहीं डरता जितना इन चमचों से डरता है... तो चलिए कुछ गुर आप भी सीख लीजिए शायद क

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Deepak bundela arymoulik

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हास्य व्यंग्य

हास्य व्यंग्य

Hari Shanker Goyal

जीवन में किसी के अधरों पर मुस्कान लाने से श्रेष्ठ और कोई काम नहीं हो सकता है । इस किताब के माध्यम से मैंने एक छोटा सा प्रयास किया है । आशा है कि यह किताब पाठकों को पसंद आयेगी

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हास्य व्यंग्य

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Hari Shanker Goyal

जीवन में किसी के अधरों पर मुस्कान लाने से श्रेष्ठ और कोई काम नहीं हो सकता है । इस किताब के माध्यम से मैंने एक छोटा सा प्रयास किया है । आशा है कि यह किताब पाठकों को पसंद आयेगी

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जैसी ईच्छा वैसी भिक्षा–: शौचालय राशि

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Jyoti

एक शौचालय राशि कि चाहत रखने वाले आम आदमी कि लघु कथा।

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स्वप्न के आम

स्वप्न के आम

आशुतोष मिश्रा (अनभिज्ञ)

यह कहानी दो बन्दरो की है जो अत्यंत शैतान थे उसकी शैतानी से पूरा जंगल त्रस्त था पर एक दिन उनको एक आम की गुठली मिलती है और वह आम के स्वप्न में खो जाते है । और सोचते है आम बड़ा होगा हम आम खायेंगे और बड़े बड़े स्वप्न । और वह उस गुठली को भूमि में गाड़ते है प

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स्वप्न के आम

स्वप्न के आम

आशुतोष मिश्रा (अनभिज्ञ)

यह कहानी दो बन्दरो की है जो अत्यंत शैतान थे उसकी शैतानी से पूरा जंगल त्रस्त था पर एक दिन उनको एक आम की गुठली मिलती है और वह आम के स्वप्न में खो जाते है । और सोचते है आम बड़ा होगा हम आम खायेंगे और बड़े बड़े स्वप्न । और वह उस गुठली को भूमि में गाड़ते है प

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यक्ष प्रश्न

यक्ष प्रश्न

Hari Shanker Goyal

इस किताब में हास्य व्यंग्य से संबंधित 30 कहानियां हैं । आज के जमाने में जब आदमी चारों तरफ से परेशान हैं तब उसके होठों को एक मुस्कान देना सबसे पुण्य का काम है । विभिन्न कहानियों के द्वारा यह कार्य करने का प्रयास किया गया है । उम्मीद है कि यह किताब आपक

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यक्ष प्रश्न

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Hari Shanker Goyal

इस किताब में हास्य व्यंग्य से संबंधित 30 कहानियां हैं । आज के जमाने में जब आदमी चारों तरफ से परेशान हैं तब उसके होठों को एक मुस्कान देना सबसे पुण्य का काम है । विभिन्न कहानियों के द्वारा यह कार्य करने का प्रयास किया गया है । उम्मीद है कि यह किताब आपक

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केबीसी अल्टीमेट

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Ashfaq Ahmad

हास्य का एक रूप यह भी है कि फिल्म या प्रोग्राम की पैरोडी बने जाये, जो अपने तौर पर मूल फिल्म या प्रोग्राम से अलग मनोरंजन करे... तो प्रस्तुत किताब इसी तरह की है जिसमे सिर्फ मनोरंजन के उद्देश्य से कई अलग तरह के प्रसंग लिए गये हैं.. कृपया इसे मनोरंजन के

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Ashfaq Ahmad

हास्य का एक रूप यह भी है कि फिल्म या प्रोग्राम की पैरोडी बने जाये, जो अपने तौर पर मूल फिल्म या प्रोग्राम से अलग मनोरंजन करे... तो प्रस्तुत किताब इसी तरह की है जिसमे सिर्फ मनोरंजन के उद्देश्य से कई अलग तरह के प्रसंग लिए गये हैं.. कृपया इसे मनोरंजन के

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रात्रि चौपाल

रात्रि चौपाल

Hari Shanker Goyal

सरकारी कार्य प्रणाली किस तरह कार्य करती है । एक कलेक्टर किस तरह व्यवस्था को सुधारना चाहता है लेकिन पूरी व्यवस्था ही उस कलेक्टर को "सुधार" देती है । इस प्रक्रिया में विधायक जी की भूमिका भी बड़ी शानदार रहती है । इन सबको हास्य व्यंग्य के रूप में इस कहा

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रात्रि चौपाल

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Hari Shanker Goyal

सरकारी कार्य प्रणाली किस तरह कार्य करती है । एक कलेक्टर किस तरह व्यवस्था को सुधारना चाहता है लेकिन पूरी व्यवस्था ही उस कलेक्टर को "सुधार" देती है । इस प्रक्रिया में विधायक जी की भूमिका भी बड़ी शानदार रहती है । इन सबको हास्य व्यंग्य के रूप में इस कहा

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महंगे ख्वाब - लभ करेजा ऐनी

महंगे ख्वाब - लभ करेजा ऐनी

Tribhuvan Gautam

@त्रिɓհմϖαη सुनो डियर #😘 तुम जहां कहीं भी हो चुपचाप रजाई में पड़ी रहो. बाहर बहुत ठंडी है निकलने की कौनो जरूरत ना है और ना ही तोहरे सोने से कौनो काम रुका हुआ है, समझीं..!! दो के बजाय तीन चाय पी लो लेकिन रजाई से निकलना तभी जब मौसम तनिक सा गरम हो. अगर

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महंगे ख्वाब - लभ करेजा ऐनी

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Tribhuvan Gautam

@त्रिɓհմϖαη सुनो डियर #😘 तुम जहां कहीं भी हो चुपचाप रजाई में पड़ी रहो. बाहर बहुत ठंडी है निकलने की कौनो जरूरत ना है और ना ही तोहरे सोने से कौनो काम रुका हुआ है, समझीं..!! दो के बजाय तीन चाय पी लो लेकिन रजाई से निकलना तभी जब मौसम तनिक सा गरम हो. अगर

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