जी हां मित्रों आज यह बहुत बड़ा सवाल है कि आखिर हमारी प्रार्थना अनसुनी क्यों है जबकि परमेश्वर ने हमें चुना है हमने विश्वास किया है प्रभु को ग्रहण किया है और प्रभु से उसके बदले बहुत से दान वरदानों को प्राप्त भी किया है जैसा की वचन में लिखा है! (लूका
अगर आपने लामा फेरा सीख लिया है तो यह किताब आपको कई तरीके सिखा सकती है जो मुझे अभ्यास के दौरान मिलते हैं। इस पुस्तक का उद्देश्य अधिक अभ्यास फैलाना है। लेकिन अगर आपने लामाफेरा नहीं सीखा है लेकिन आपके पास यह किताब है और इस किताब को पढ़ने के बाद आप लाम
अंक ज्योतिष को सरल और सुगम बनाने के लिए मैंने कई ज्योतिषाचार्यों। एवं अंक ज्योतिष के आचार्यों के साथ परामर्श एवं समीक्षा करने के बाद इस पुस्तक को लिखा है। इस पुस्तक के माध्यम से आप आसानी से अपनी जन्मतिथि के आधार पर अपने ग्रहों और नक्षत्रों का आकलन
श्रीमद्भागवत गीता का सरल काव्य रूपांतरण
हमारा जीवन कैसा था , और अब कैसा होता जा रहा है ! हम अपने संस्कारों को कैसे भूलते चले जा रहे हैं इस पर विचार करने की आश्यकता है ! सत्य सनातन धर्म की मान्यतायें अलौकिक एवं दिव्य रही हैं परंतु आज का सनातनी अपनी मूल मान्यताओं से विमुख होते हुए आधुनिक कल्
मीरा के पदों में कृष्ण लीला एवं महिमा के वर्णन का उद्देश्य मीराबाई द्वारा कृष्ण के प्रति अपनी अनन्य भक्ति का प्रकटीकरण करना था। मीराबाई बचपन से ही कृष्ण की अनन्य भक्तिन थीं। मीराबाई श्रीकृष्ण को ही अपना प्रियतम मान बैठी थीं। रस-योजना - मीराबाई के का
हम भूल जाते हैं कि हमारा यह शरीर डेरा सरीखा एक किराए का घर है जिसको छोड़कर एक दिन हमको जाना है या तो हम नरक में जाएंगे या फिर 6 फीट जमीन के नीचे या तो ऊपर स्वर्ग में जाएंगे लेकिन स्वर्ग तो तभी हमें मिलेगा जब हम स्वर्ग राज्य के लिए दुनिया में बोएगें ज
भक्त-जगत् में प्रह्लाद सर्वशिरोमणि माने जाते हैं। प्रह्लाद की भक्ति में कहीं भी कामना, भय और मोह को स्थान नहीं है, उनकी भक्ति सर्वथा विशुद्ध, अनन्य और परम आदर्श है। उन्हीं प्रह्लाद के चरित्र का इस पुस्तक में चित्रण किया है। आशा है भागवतरत्न प्रह्लाद
शाल्विक मंत्र एक ऐसी पद्धति है जो महर्षि शाल्विक जी द्वारा दी गई है। यह एक ज्योतिषीय तकनीक हैं। यह बहुत शक्तिशाली तकनीक हैं। जब आप को कोई संदेह हो की क्लाइंट का किस तकनीक से इलाज करें तो यह तकनीक अपनाएं। क्यूंकि इसमें 300 सिंबल्स हैं जिसमें से लगभग ५
ज्ञानवर्धक एवं रोचक तथ्य रामायण और महाभारत और श्रीमदभागवत कथा वेद पुराणों से धार्मिक शिक्षाएं से जुड़े जानकारी हिंदू धर्म से ज्ञानवर्धक जुड़ी जानकारी पुरानी कथाएं हिन्दू धर्म में पौराणिक परंपरा और संस्कार के बारे में जानकारी पूजा पाठ करने के ब
उपदेशक का यह वचन है, कि व्यर्थ ही व्यर्थ, व्यर्थ ही व्यर्थ! सब कुछ व्यर्थ है। Vanity of vanities, saith the Preacher, vanity of vanities; all is vanity. एक पीढ़ी जाती है, और दूसरी पीढ़ी आती है, परन्तु पृथ्वी सर्वदा बनी रहती है। One generat
हमारी संस्कृति विश्व की प्राचीन एवं ओजस्वी संस्कृति कही जाती है ! हमें विश्वगुरु कहा जाता था तो उसका आधार हमारी संस्कृति एवं संस्कार ही थे ! हमारे महापुरुषों ने समाज के लिए कुछ आदर्श स्थापित किये थे ! उन आदर्शों के बलबूते पर ही हम विश्वगुरू थे ! चिन्
'संभोग से समाधि की ओर' ओशो की सबसे चर्चित और विवादित किताब है, जिसमें ओशो ने काम ऊर्जा का विश्लेषण कर उसे अध्यात्म की यात्रा में सहयोगी बताया है। साथ ही यह किताब काम और उससे संबंधित सभी मान्यताओं और धारणाओं को एक सकारात्मक दृष्टिकोण देती है। ओशो कहते
ओशो के मन का दर्पण में जीवन को जीने के तरीके के बारे में बताया गया है। उन्होने बताया कि जीवन मेरे लिए परमात्मा का ही पर्यायवाची है। जीवन का मतलब ही परमात्मा होता है। जीवन और प्रभु अलग-अलग नहीं हैं। अंदर कोई जागा हो तो इसी क्षण अभी यहीं जीवन और प्रभु
इस संसार में जितने भी क्रियाकलाप हो रहे सब भगवान की कृपा से ही हो रहे हैं ! बिना भगवत्कृपा के कुछ भी हो पाना संभव नहीं है ! इसलिए चराचर जगत में भगवत्कृपा का दर्शन करते हुए इस जीवन एवं जीवन में घटने वाली समस्त घटनाओं को भगवत्कृपा का प्रसाद मानते हुए ह
224 ईसापूर्व महान सम्राट अशोक को एक प्राचीन और भयावह रहस्य का पता चलता है - एक ऐसा रहस्य जो महाभारत की गहराईयों मैं समाया था; ऐसा रहस्य जो दुनिया को नष्ट कर सकता है; ऐसा जो 2300 वर्षों से छुपा हुआ था|वर्तमान काल एक सेवानिवृत परमाणु वैज्ञानिक की हत्या
यह पुस्तक अयोध्या के विख्यात संत गोविन्द साहिब की जीवनी और उपदेश से सम्बंधित है l पुस्तक में गोविन्द साहिब द्वारा रचित पदों की सरल ब्याख्या एवं अन्य संतों की वाणी से तुलनात्मक अध्ययन समाहित किया गया है l
यह पुस्तक आपके अध्यात्मिक सफ़र को एक नया आयाम देगी. अध्यात्म से संबन्धित समस्त जानकारी से युक्त यह पुस्तक प्रत्येक जन मानस के लिए उपयोगी सिद्ध होगी.
रात की चांदनी में चहलकदमी करते हुए ईदगाह के सामने से गुजरा तो एक साया सीढि़यों पर बैठे हुए देखा। देखकर अनदेखा करने की ख्वाहिश तो हुई मगर उनकी चमक खुद-ब-खुद उस ओर खींच गई। मन में कौतूहल उठा चलो देखें तो सही आखिर माज़रा क्या है? थोड़ा ध्यान दिया तो अनज
यह पुस्तक धार्मिक आध्यात्मिक विषयो और ज्योतिष ज्ञान के बारे में है। जिसमे विभिन्न ग्रन्थों में दी गई जानकारी को संक्षेप रूप में जन जन तक पहुंचाने का प्रयास किया गया है। वर्तमान समय मे सनातन संस्कृति के बारे में बहुत अधिक झूठा प्रचार प्रसार ज्योतिष और