मीरा के पदों में कृष्ण लीला एवं महिमा के वर्णन का उद्देश्य मीराबाई द्वारा कृष्ण के प्रति अपनी अनन्य भक्ति का प्रकटीकरण करना था। मीराबाई बचपन से ही कृष्ण की अनन्य भक्तिन थीं। मीराबाई श्रीकृष्ण को ही अपना प्रियतम मान बैठी थीं। रस-योजना - मीराबाई के का
मीरा के पदों में कृष्ण लीला एवं महिमा के वर्णन का उद्देश्य मीराबाई द्वारा कृष्ण के प्रति अपनी अनन्य भक्ति का प्रकटीकरण करना था। मीराबाई बचपन से ही कृष्ण की अनन्य भक्तिन थीं। मीराबाई श्रीकृष्ण को ही अपना प्रियतम मान बैठी थीं। रस-योजना - मीराबाई के का
ज्ञानवर्धक एवं रोचक तथ्य रामायण और महाभारत और श्रीमदभागवत कथा वेद पुराणों से धार्मिक शिक्षाएं से जुड़े जानकारी हिंदू धर्म से ज्ञानवर्धक जुड़ी जानकारी पुरानी कथाएं हिन्दू धर्म में पौराणिक परंपरा और संस्कार के बारे में जानकारी पूजा पाठ करने के ब
ज्ञानवर्धक एवं रोचक तथ्य रामायण और महाभारत और श्रीमदभागवत कथा वेद पुराणों से धार्मिक शिक्षाएं से जुड़े जानकारी हिंदू धर्म से ज्ञानवर्धक जुड़ी जानकारी पुरानी कथाएं हिन्दू धर्म में पौराणिक परंपरा और संस्कार के बारे में जानकारी पूजा पाठ करने के ब
अगर आपने लामा फेरा सीख लिया है तो यह किताब आपको कई तरीके सिखा सकती है जो मुझे अभ्यास के दौरान मिलते हैं। इस पुस्तक का उद्देश्य अधिक अभ्यास फैलाना है। लेकिन अगर आपने लामाफेरा नहीं सीखा है लेकिन आपके पास यह किताब है और इस किताब को पढ़ने के बाद आप लाम
अगर आपने लामा फेरा सीख लिया है तो यह किताब आपको कई तरीके सिखा सकती है जो मुझे अभ्यास के दौरान मिलते हैं। इस पुस्तक का उद्देश्य अधिक अभ्यास फैलाना है। लेकिन अगर आपने लामाफेरा नहीं सीखा है लेकिन आपके पास यह किताब है और इस किताब को पढ़ने के बाद आप लाम
शाल्विक मंत्र एक ऐसी पद्धति है जो महर्षि शाल्विक जी द्वारा दी गई है। यह एक ज्योतिषीय तकनीक हैं। यह बहुत शक्तिशाली तकनीक हैं। जब आप को कोई संदेह हो की क्लाइंट का किस तकनीक से इलाज करें तो यह तकनीक अपनाएं। क्यूंकि इसमें 300 सिंबल्स हैं जिसमें से लगभग ५
शाल्विक मंत्र एक ऐसी पद्धति है जो महर्षि शाल्विक जी द्वारा दी गई है। यह एक ज्योतिषीय तकनीक हैं। यह बहुत शक्तिशाली तकनीक हैं। जब आप को कोई संदेह हो की क्लाइंट का किस तकनीक से इलाज करें तो यह तकनीक अपनाएं। क्यूंकि इसमें 300 सिंबल्स हैं जिसमें से लगभग ५
भक्त-जगत् में प्रह्लाद सर्वशिरोमणि माने जाते हैं। प्रह्लाद की भक्ति में कहीं भी कामना, भय और मोह को स्थान नहीं है, उनकी भक्ति सर्वथा विशुद्ध, अनन्य और परम आदर्श है। उन्हीं प्रह्लाद के चरित्र का इस पुस्तक में चित्रण किया है। आशा है भागवतरत्न प्रह्लाद
भक्त-जगत् में प्रह्लाद सर्वशिरोमणि माने जाते हैं। प्रह्लाद की भक्ति में कहीं भी कामना, भय और मोह को स्थान नहीं है, उनकी भक्ति सर्वथा विशुद्ध, अनन्य और परम आदर्श है। उन्हीं प्रह्लाद के चरित्र का इस पुस्तक में चित्रण किया है। आशा है भागवतरत्न प्रह्लाद
224 ईसापूर्व महान सम्राट अशोक को एक प्राचीन और भयावह रहस्य का पता चलता है - एक ऐसा रहस्य जो महाभारत की गहराईयों मैं समाया था; ऐसा रहस्य जो दुनिया को नष्ट कर सकता है; ऐसा जो 2300 वर्षों से छुपा हुआ था|वर्तमान काल एक सेवानिवृत परमाणु वैज्ञानिक की हत्या
224 ईसापूर्व महान सम्राट अशोक को एक प्राचीन और भयावह रहस्य का पता चलता है - एक ऐसा रहस्य जो महाभारत की गहराईयों मैं समाया था; ऐसा रहस्य जो दुनिया को नष्ट कर सकता है; ऐसा जो 2300 वर्षों से छुपा हुआ था|वर्तमान काल एक सेवानिवृत परमाणु वैज्ञानिक की हत्या
कुछ ज्यादा नहीं जानती तेरी भक्ति के बारे में बस तेरे दर पर पहुंच कर मेरा सफर खत्म हो जाता हैं।🖤
कुछ ज्यादा नहीं जानती तेरी भक्ति के बारे में बस तेरे दर पर पहुंच कर मेरा सफर खत्म हो जाता हैं।🖤
एक रूप में ज्ञानयोगी व्यक्ति ज्ञान द्वारा ईश्वरप्राप्ति मार्ग में प्रेरित होता है। स्वामी विवेकानंद द्वारा रचित ज्ञानयोग में मायावाद,मनुष्य का यथार्थ व प्रकृत स्वरूप,माया और मुक्ति,ब्रह्म और जगत, अंतर्जगत, बहिर्जगत, बहुतत्व में एकत्व, ब्रह्म दर्शन,आ
एक रूप में ज्ञानयोगी व्यक्ति ज्ञान द्वारा ईश्वरप्राप्ति मार्ग में प्रेरित होता है। स्वामी विवेकानंद द्वारा रचित ज्ञानयोग में मायावाद,मनुष्य का यथार्थ व प्रकृत स्वरूप,माया और मुक्ति,ब्रह्म और जगत, अंतर्जगत, बहिर्जगत, बहुतत्व में एकत्व, ब्रह्म दर्शन,आ
प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता आशुतोष राना की यह पुस्तक मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के जीवन-दर्शन पर आधारित है। उन्होंने अपनी विशिष्ट लेखन शैली में उन प्रसंगों की व्याख्या की है जो आमजन के मस्तिष्क में उमड़ते-घुमड़ते रहे हैं। पुस्तक इतनी रोचक है कि एक बार पढ़ना
प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता आशुतोष राना की यह पुस्तक मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के जीवन-दर्शन पर आधारित है। उन्होंने अपनी विशिष्ट लेखन शैली में उन प्रसंगों की व्याख्या की है जो आमजन के मस्तिष्क में उमड़ते-घुमड़ते रहे हैं। पुस्तक इतनी रोचक है कि एक बार पढ़ना
यह पुस्तक धार्मिक आध्यात्मिक विषयो और ज्योतिष ज्ञान के बारे में है। जिसमे विभिन्न ग्रन्थों में दी गई जानकारी को संक्षेप रूप में जन जन तक पहुंचाने का प्रयास किया गया है। वर्तमान समय मे सनातन संस्कृति के बारे में बहुत अधिक झूठा प्रचार प्रसार ज्योतिष और
यह पुस्तक धार्मिक आध्यात्मिक विषयो और ज्योतिष ज्ञान के बारे में है। जिसमे विभिन्न ग्रन्थों में दी गई जानकारी को संक्षेप रूप में जन जन तक पहुंचाने का प्रयास किया गया है। वर्तमान समय मे सनातन संस्कृति के बारे में बहुत अधिक झूठा प्रचार प्रसार ज्योतिष और
ओशो अपनी किताब ध्यान योग, प्रथम और अंतिम मुक्ति में कहते हैं कि 'ध्यानयोग प्रथम और अंतिम मुक्ति' ओशो द्वारा सृजित अनेक ध्यान विधियों का विस्तृत व प्रायोगिक विवरण है। ध्यान में कुछ अनिवार्य तत्व हैः विधि कोई भी हो, वे अनिवार्य तत्व हर विधि के लिए आवष
ओशो अपनी किताब ध्यान योग, प्रथम और अंतिम मुक्ति में कहते हैं कि 'ध्यानयोग प्रथम और अंतिम मुक्ति' ओशो द्वारा सृजित अनेक ध्यान विधियों का विस्तृत व प्रायोगिक विवरण है। ध्यान में कुछ अनिवार्य तत्व हैः विधि कोई भी हो, वे अनिवार्य तत्व हर विधि के लिए आवष
अक्सर हमें अपने जीवन में कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जिनके समाधान हेतु हमारे धार्मिक ग्रंथों में कई प्रकार की विशेष जानकारियां दी गई है। इस किताब में हमारी धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कुछ बेहद आसान प्रयोग कर आप भी अपने जीवन की सा
अक्सर हमें अपने जीवन में कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जिनके समाधान हेतु हमारे धार्मिक ग्रंथों में कई प्रकार की विशेष जानकारियां दी गई है। इस किताब में हमारी धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कुछ बेहद आसान प्रयोग कर आप भी अपने जीवन की सा
यह पुस्तक अयोध्या के विख्यात संत गोविन्द साहिब की जीवनी और उपदेश से सम्बंधित है l पुस्तक में गोविन्द साहिब द्वारा रचित पदों की सरल ब्याख्या एवं अन्य संतों की वाणी से तुलनात्मक अध्ययन समाहित किया गया है l
यह पुस्तक अयोध्या के विख्यात संत गोविन्द साहिब की जीवनी और उपदेश से सम्बंधित है l पुस्तक में गोविन्द साहिब द्वारा रचित पदों की सरल ब्याख्या एवं अन्य संतों की वाणी से तुलनात्मक अध्ययन समाहित किया गया है l
'संभोग से समाधि की ओर' ओशो की सबसे चर्चित और विवादित किताब है, जिसमें ओशो ने काम ऊर्जा का विश्लेषण कर उसे अध्यात्म की यात्रा में सहयोगी बताया है। साथ ही यह किताब काम और उससे संबंधित सभी मान्यताओं और धारणाओं को एक सकारात्मक दृष्टिकोण देती है। ओशो कहते
'संभोग से समाधि की ओर' ओशो की सबसे चर्चित और विवादित किताब है, जिसमें ओशो ने काम ऊर्जा का विश्लेषण कर उसे अध्यात्म की यात्रा में सहयोगी बताया है। साथ ही यह किताब काम और उससे संबंधित सभी मान्यताओं और धारणाओं को एक सकारात्मक दृष्टिकोण देती है। ओशो कहते
निरंतर अन्तर्मुखी एवं बहुर्मुखी विकास में संतुलन बनाये रखना चाहिए मनुष्य एक विकासशील प्राणी है , इस धरती पर जन्म लेने के बाद वह निरंतर विकास करता चला जाता है क्योंकि मनुष्य का जीवन भी विकास की यात्रा है | मनुष्य का विकास दो प्रकार का होता है अंतर्म
निरंतर अन्तर्मुखी एवं बहुर्मुखी विकास में संतुलन बनाये रखना चाहिए मनुष्य एक विकासशील प्राणी है , इस धरती पर जन्म लेने के बाद वह निरंतर विकास करता चला जाता है क्योंकि मनुष्य का जीवन भी विकास की यात्रा है | मनुष्य का विकास दो प्रकार का होता है अंतर्म
आज हम सभी महाशिवरात्रि का पर्व मनाते है और हम सभी अपने अपने सोच विचार से पर्व मनाते है सच तो केवल कुदरत और जीवन मृत्यु का सहयोग है बाकीझूठ और फरेब है। हर हर महादेव
आज हम सभी महाशिवरात्रि का पर्व मनाते है और हम सभी अपने अपने सोच विचार से पर्व मनाते है सच तो केवल कुदरत और जीवन मृत्यु का सहयोग है बाकीझूठ और फरेब है। हर हर महादेव
प्रेम से बड़ी आग नहीं है दुनिया में, प्रेम है अकेला जो आत्मा को जलाता है और निखारता है 'प्रेम - पंथ ऐसो कठिन' ओशो के प्रश्नोत्तर प्रवचनों का अद्भुत संकलन है यह। इस में प्रेम पर विस्तृत चर्चा की गई है। प्रेम को ओशो निर्मोही मानते हैं। प्रेम न तो कब्जा
प्रेम से बड़ी आग नहीं है दुनिया में, प्रेम है अकेला जो आत्मा को जलाता है और निखारता है 'प्रेम - पंथ ऐसो कठिन' ओशो के प्रश्नोत्तर प्रवचनों का अद्भुत संकलन है यह। इस में प्रेम पर विस्तृत चर्चा की गई है। प्रेम को ओशो निर्मोही मानते हैं। प्रेम न तो कब्जा
भारत देश को एक बहुत प्राचीन इतिहास है| जितना प्राचीन है, उतना ही आधुनिक भी है| कई सालों से भारतीय ऋषी, योगी अपने ऐतिहासिक अध्यात्म और योग को मनुष्य जाती तक पहुचाने का कार्य करते आ रहे है।
भारत देश को एक बहुत प्राचीन इतिहास है| जितना प्राचीन है, उतना ही आधुनिक भी है| कई सालों से भारतीय ऋषी, योगी अपने ऐतिहासिक अध्यात्म और योग को मनुष्य जाती तक पहुचाने का कार्य करते आ रहे है।