प्रतीक ठाकरे
common.booksInLang
common.articlesInlang
शिक्षक
Prateekthakre
ये मेरा देश महान है ये प्यारा हिन्दूदुस्तान हैं, तरह तरह जे फूल खिले है, ये प्यारा हिन्दूदुस्तान है। मुकुट है जिसका धवल हिमालय, सागर जिसके चरण पखारे, चारो दिशाओ में मठ जिसकी, करते जयजयकार है, ये प्यारा हिंदुस्तान है। चारो दिशाओ में मठ जिसकी करते ज
Prateekthakre
<p>ये मेरा देश महान है ये प्यारा हिन्दूदुस्तान हैं, तरह तरह जे फूल खिले है, ये प्यारा हिन्दूदुस्तान है। मुकुट है जिसका धवल हिमालय, सागर जिसके चरण पखारे, चारो दिशाओ में मठ जिसकी, करते जयजयकार है, ये प्यारा हिंदुस्तान है। चारो दिशाओ में मठ जिसकी करते ज