इंडिया संवाद ब्यूरो
मॉस्को: आईएसआईएस के ठिकानों पर रूस ने पहली बार सबमरीन से 2400 किमी दूर कैस्पियन सागर में तैनात अपनी सबमरीन से मिसाइलें दागी हैं।रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा, "उम्मीद है कि उनके खिलाफ परमाणु हमले की जरूरत नहीं पड़ेगी। आईएस के खिलाफ मिसाइल्स को न्यूक्लियर वॉरहेड्स से लैस करने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी।"
रूस के रक्षा मंत्री सर्गेइ शोइगु ने हमले की जानकारी देते हुए कहा, "सीरिया के रक्का शहर स्थित आईएस के दो बड़े ठिकाने को निशाना बनाकर मिसाइल दागी गईं हैं। कैलिबर मिसाइल को रोस्तोवॉन डॉन पनडुब्बी से दागा गया है।"
उन्होंने बताया कि हमले में आईएस के कई ठिकाने, हथियार और तेल टैंकर तबाह हो गए हैं।
गौरतलब है कि रूसी एयरफोर्स ने तीन दिन पहले सीरिया में 300 बार हवाई हमले किए थे। पनडुब्बी से मिसाइल दागने की योजना के बारे में रूस ने पहले ही इजरायल और अमेरिका को जानकारी दे दी थी। आईएसआईएस के ठिकानों पर हमले के अलावा रूस ने तुर्की से निपटने के लिए क्रूजर मिसाइलें भी भेजी हैं।
तुर्की ने रूसी एयरफोर्स के जेट को मार गिराया था। अब इस इलाके में मिसाइल क्रूजर की तैनाती होने से तुर्की रशियन एयरफोर्स के खिलाफ आसानी से कार्रवाई नहीं कर पाएगा। अगर तुर्की रशियन एयरफोर्स को रोकने की कोशिश करता है, तो रूस का मिसाइल क्रूजर एक्शन में आएगा। वह रशियन फाइटर प्लेनों को कवर देगा। सीरिया में इस्लामिक स्टेट के आतंकियों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन में शामिल जेट प्लेनों को भी इस क्रूजर से सुरक्षा कवर मिलेगा।