मै पश्चिमी चम्पारण का रहनेवाला हूँ,मै पश्चिमी चम्पारण का रहनेवाला हूँ,मै पश्चिमी चम्पारण का रहनेवाला हूँ,मै पश्चिमी चम्पारण का रहनेवाला हूँ
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""""" """""मरा जा रहा हूँ (हास्य)""""" """' ************************* प्रिय मुझसे तेरा यूँ मुंह का फुलाना, नखरे दिखाना यूँ रूठ के सो जाना, गजब ढा रहा है, गजब ढा रहा है। न हँसना तनिक भी न सजना सवरना, न आँखें दिखाना न लड़ना झगड़ना, गजब ढा रहा है, गजब ढा रहा है। ओ तिरछी नजर से न मुझको रिझाना, न कसमों